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क्या आप जानते हैं 'जोधा अकबर' में ऐश्वर्या राय के गहनों का असली राज?

फिल्म 'जोधा अकबर' में ऐश्वर्या राय के द्वारा पहने गए गहनों की भव्यता और असली सोने के प्रयोग ने इसे एक अनोखा अनुभव बना दिया। इस लेख में जानें कि कैसे 200 कारीगरों ने दो साल की मेहनत से इन गहनों को तैयार किया और ऐश्वर्या को तैयार होने में कितनी मेहनत करनी पड़ी। इसके अलावा, जानें कि कैसे इस फिल्म ने जोधा स्टाइल जूलरी को लोकप्रियता दिलाई।
 

भव्यता और रिसर्च की मिसाल

बॉलीवुड में ऐतिहासिक फिल्मों के निर्माण में जितनी गहराई, अनुसंधान और भव्यता की आवश्यकता होती है, उतनी ही मेहनत और साहस भी चाहिए। निर्देशक आशुतोष गोवारिकर की फिल्म 'जोधा अकबर' इस भव्यता और ऐतिहासिक अनुसंधान का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। ऋतिक रोशन और ऐश्वर्या राय की इस फिल्म को न केवल अभिनय और संगीत के लिए सराहा गया, बल्कि इसके सेट डिजाइन, वेशभूषा और गहनों की भी काफी चर्चा हुई। फिल्म में ऐश्वर्या द्वारा पहने गए गहने असली सोने और कीमती पत्थरों से बने थे, जो फिल्म उद्योग में एक अनोखा प्रयोग माना जाता है।


जोधा बाई का अद्भुत लुक

फिल्म में ऐश्वर्या राय ने जोधा बाई का किरदार निभाया, और इस भूमिका को ऐतिहासिक रूप देने के लिए उन्हें जो गहने पहनाए गए, वे नकली नहीं बल्कि असली थे। इन गहनों का कुल वजन 200 किलो था, और कुछ रिपोर्टों के अनुसार, जब उनके कपड़ों को जोड़ा गया, तो यह वजन लगभग 400 किलो तक पहुंच गया।


200 कारीगरों की मेहनत

इन गहनों को प्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क ने डिजाइन किया था। इसके लिए 200 से अधिक कारीगरों ने दो साल तक लगातार मेहनत की। गहनों में सोना, मोती और बेशकीमती रत्नों का उपयोग किया गया था। शादी के दृश्य में, ऐश्वर्या ने 3.5 किलो से अधिक वजन के गहने पहने थे।


तैयारी में लगते थे दो घंटे

एक इंटरव्यू में ऐश्वर्या ने बताया कि इतने भारी गहने पहनना आसान नहीं था। तैयार होने में उन्हें दो घंटे लगते थे और चलने-फिरने में काफी कठिनाई होती थी। लेकिन जब उन्होंने अपने लुक को स्क्रीन पर देखा, तो सारी मेहनत सफल लगने लगी। इन कीमती गहनों की सुरक्षा के लिए सेट पर 50 सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गई थी, ताकि चोरी या नुकसान से बचा जा सके।


जोधा स्टाइल जूलरी का उभार

फिल्म के रिलीज होने के बाद, ऐश्वर्या राय द्वारा पहने गए गहनों की डिजाइन बाजार में काफी लोकप्रिय हो गई। 'जोधा स्टाइल जूलरी' को शादी और त्योहारों के लिए बहुत पसंद किया जाने लगा।


'जोधा अकबर' केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह इतिहास के पन्नों से निकली एक प्रेम कहानी है। यह कहानी मुगल सम्राट अकबर और राजपूत राजकुमारी जोधा बाई के विवाह और उनके रिश्ते को दर्शाती है। जोधा ने शादी से पहले दो शर्तें रखी थीं - पहला, वह अपना धर्म नहीं बदलेगी और दूसरा महल में एक मंदिर बनवाया जाएगा। अकबर ने दोनों शर्तें स्वीकार की थीं।