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क्या है 'द बंगाल फाइल्स' का रहस्य? विवेक अग्निहोत्री की नई फिल्म का ट्रेलर हुआ लॉन्च

फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने अपनी नई फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' का ट्रेलर लॉन्च किया है, जो सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह फिल्म बंगाल के विभाजन और सांप्रदायिक हिंसा की कहानी को दर्शाती है। ट्रेलर में एक मुस्लिम विधायक का संवाद है, जो भविष्य में अल्पसंख्यक प्रधानमंत्री बनने की संभावना पर सवाल उठाता है। फिल्म में हिंसा और नफरत के दृश्य हैं, जो दर्शकों को बेचैन करते हैं। 'द बंगाल फाइल्स' 5 सितंबर 2025 को रिलीज़ होगी और इसमें कई प्रमुख कलाकार शामिल हैं।
 

द बंगाल फाइल्स का ट्रेलर लॉन्च

द बंगाल फाइल्स का ट्रेलर लॉन्च : फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री, जिन्होंने पहले 'द कश्मीर फाइल्स' जैसी चर्चित और विवादास्पद फिल्म बनाई थी, अब एक नई सच्ची घटना पर आधारित कहानी 'द बंगाल फाइल्स' लेकर आए हैं। पहले इस फिल्म का नाम 'द दिल्ली फाइल्स' रखा गया था, लेकिन इसकी गहराई और विषय के अनुसार इसे 'बंगाल फाइल्स' में बदल दिया गया। आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं...


2050 में अल्पसंख्यक PM बनने का सपना...
फिल्म के ट्रेलर की शुरुआत एक मुस्लिम विधायक (MLA) के संवाद से होती है, जिसमें वह अपने बेटे से कहता है, "2050 में अगर तुम अल्पसंख्यक समुदाय से भारत के पहले प्रधानमंत्री बनो, तो कैसा लगेगा?" यह संवाद फिल्म के गंभीर और राजनीतिक स्वरूप को स्थापित करता है। इसके बाद ट्रेलर दर्शकों को उस ऐतिहासिक समय में ले जाता है, जब बंगाल हिंसा और सांप्रदायिक विभाजन की आग में जल रहा था।


बंगाल का विभाजन और दो संविधान
फिल्म की कहानी उस समय की है, जब बंगाल को दो हिस्सों में बांट दिया गया था - एक हिंदुओं के लिए और दूसरा मुसलमानों के लिए। बताया गया है कि उस समय बंगाल में दो संविधान जैसे हालात थे। यह कालखंड हमें महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना के बीच की बहस तक ले जाता है, जहां जिन्ना बंगाल का एक हिस्सा अपने लिए चाहते हैं।


ट्रेलर का हर दृश्य बेचैन करने वाला
ट्रेलर में हिंसा, दंगे और नफरत का वीभत्स चित्रण किया गया है। "पाकिस्तान जिंदाबाद" के नारों के बीच निर्दोष लोगों की हत्याएं दिखाई गई हैं। इसके जवाब में, हिंदू समुदाय भी प्रतिशोध में हिंसा करता है। ट्रेलर का हर दृश्य दर्शकों को बेचैन करता है, यह दिखाते हुए कि कैसे धार्मिक विभाजन ने एक पूरे राज्य को भीतर से तोड़ दिया।


क्या हम सच में आज़ाद हैं?
कहानी वर्तमान समय में लौटती है, जहां दर्शन कुमार का किरदार सवाल करता है: "क्या हम आज़ाद हैं? अगर हैं, तो फिर इतने बेबस क्यों हैं?" यह सवाल हमारे आज के सामाजिक और राजनीतिक हालात पर सीधा प्रहार करता है। ट्रेलर के अंत में मां दुर्गा की अधूरी मूर्ति को जलते हुए दिखाया गया है, जो एक प्रतीकात्मक दृश्य है और फिल्म के संदेश को गहराई से दर्शाता है।


द बंगाल फाइल्स: एक डरावनी कहानी
फिल्म के निर्माताओं का कहना है कि अगर 'द कश्मीर फाइल्स' ने दर्शकों को रुलाया था, तो 'द बंगाल फाइल्स' उन्हें डराने वाली होगी। यह फिल्म 5 सितंबर 2025 को रिलीज़ होने जा रही है और इसमें अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, सिमरत कौर और दर्शन कुमार जैसे अनुभवी कलाकार शामिल हैं।