क्योंकि सास भी कभी बहू थी: स्मृति ईरानी के चयन की दिलचस्प कहानी
क्योंकि सास भी कभी बहू थी: एक नई चर्चा
क्योंकि सास भी कभी बहू थी: यह टेलीविजन का एक प्रतिष्ठित शो एक बार फिर से सुर्खियों में है। नए सीजन की घोषणा के साथ, निर्माता एकता कपूर ने बताया कि स्मृति ईरानी को तुलसी के किरदार के लिए कैसे चुना गया। यह कहानी अपने आप में बेहद दिलचस्प है।
‘इस लड़की में कुछ खास है’
एकता कपूर ने साझा किया कि स्मृति को इस शो में शामिल करने का विचार उनकी मां शोभा कपूर का था। शोभा ने स्मृति को एक टीवी शो में देखा और उनकी अदाकारी को देखकर तुरंत एकता से कहा, 'इस लड़की में कुछ खास है। इसे तुलसी के रोल के लिए आजमाना चाहिए।' एकता ने अपनी मां की सलाह को मानते हुए स्मृति को ऑडिशन के लिए बुलाया।
स्मृति का ऑडिशन इतना प्रभावशाली था कि एकता को तुरंत विश्वास हो गया कि तुलसी का किरदार कोई और नहीं निभा सकता। एकता ने कहा, 'स्मृति में तुलसी की मासूमियत, ताकत और भावनाएं एक साथ नजर आती थीं। वह इस भूमिका के लिए एकदम सही थीं।' इस प्रकार, स्मृति ईरानी 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' का हिस्सा बनीं और तुलसी के किरदार ने उन्हें हर घर में प्रसिद्ध कर दिया।
स्मृति का किरदार तुलसी ने दर्शकों का दिल जीता
यह शो 2000 में शुरू हुआ और जल्द ही भारतीय टेलीविजन का सबसे प्रिय धारावाहिक बन गया। स्मृति के किरदार तुलसी ने दर्शकों का दिल जीत लिया और उनकी अदाकारी की हर जगह सराहना हुई। एकता ने यह भी बताया कि स्मृति की मेहनत और समर्पण ने शो को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।