खर्राटों से छुटकारा पाने के प्रभावी उपाय
खर्राटों की समस्या से परेशान हैं? जानें इसके प्रमुख कारण जैसे मोटापा, धूम्रपान और ठंडी चीजों का सेवन। इस लेख में हम आपको खर्राटों से राहत पाने के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय बताएंगे। नियमित व्यायाम और प्राणायाम के माध्यम से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
Aug 6, 2025, 19:02 IST
खर्राटों के कारण और समाधान
खबर:- मोटापे के कारण अक्सर खर्राटे आने लगते हैं। जब शरीर में चर्बी बढ़ती है, खासकर पेट के आसपास, तो खर्राटे आना सामान्य हो जाता है।
- खर्राटों का एक अन्य कारण गले में कफ का जमना है। जब गले में कफ जमा होता है, तो सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे खर्राटे की समस्या उत्पन्न होती है। गले में लटकने वाला युव्युला टिश्यू जब बड़ा हो जाता है, तो यह सांस के मार्ग में रुकावट डालता है, जिससे खर्राटे की आवाज आती है।
- खर्राटों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
ठंडी चीजों का सेवन न करें
- यदि आपको खर्राटे आ रहे हैं, तो ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम या फ्रिज में रखी अन्य वस्तुएं न खाएं। ठंडी चीजें गले की नसों को संकुचित कर सकती हैं, जो खर्राटों का कारण बनती हैं।
शराब का सेवन सीमित करें
- शराब पीने से भी खर्राटे की समस्या बढ़ सकती है, इसलिए इसे सीमित करना बेहतर है।
- अधिक दवाइयों का सेवन न करें, क्योंकि यह भी खर्राटों का कारण बन सकता है। कई लोग नींद की गोलियां लेते हैं, जो बाद में खर्राटों का कारण बनती हैं।
धूम्रपान से बचें
- धूम्रपान खर्राटों का एक प्रमुख कारण है। सिगरेट का धुआं गले में जाकर फेफड़ों तक पहुंचता है। जब यह धुआं गले में टकराता है, तो यह कार्बन के कण छोड़ता है, जो खर्राटों का कारण बन सकते हैं।
- धूम्रपान का सबसे बुरा प्रभाव फेफड़ों पर पड़ता है। फेफड़ों में जाली नुमा कोशिकाएं होती हैं, जहां धुआं कार्बन छोड़ता है। जब ये कण इकट्ठा हो जाते हैं, तो सांस लेने में कठिनाई होती है, जिससे गले में संक्रमण और खर्राटों की समस्या उत्पन्न होती है।
- इससे बचने के लिए धूम्रपान छोड़ें और यदि आपका वजन बढ़ रहा है, तो नियमित व्यायाम करें। सुबह की सैर करें और अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करें। ये योगासन गले की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अनुलोम विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति करने से खर्राटों की समस्या से राहत मिल सकती है।