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गिरिजा ओक का सादगी भरा अंदाज बना 'नेशनल क्रश'

गिरिजा ओक, जो 'तारे जमीन पर' और 'जवान' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं, इस बार अपने सादगी भरे अंदाज के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने हाल ही में अपने बचपन के अनुभवों को साझा किया, जिसमें सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के सामने आने वाली असहज परिस्थितियों का जिक्र किया। गिरिजा ने अपनी मां की निडरता की प्रशंसा की और बताया कि कैसे उनके अनुभवों ने उन्हें आत्मरक्षा का महत्व सिखाया। जानें उनके जीवन की और भी दिलचस्प बातें।
 

गिरिजा ओक की नई पहचान


मुंबई: मराठी फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अदाकारा गिरिजा ओक, जो 'तारे जमीन पर', 'शोर इन द सिटी' और 'जवान' जैसी फिल्मों में अपने बेहतरीन अभिनय के लिए जानी जाती हैं, इस बार सोशल मीडिया पर अपने सादगी भरे और सहज व्यक्तित्व के कारण चर्चा में हैं। लोग उन्हें अपना नया 'नेशनल क्रश' मान रहे हैं और उनकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं।


बचपन की परेशानियों का खुलासा

हाल ही में एक इंटरव्यू में गिरिजा ने अपने बचपन के कुछ कठिन अनुभवों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को अक्सर असहज परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने एक बार लोकल ट्रेन में यात्रा के दौरान हुई एक डरावनी घटना का भी उल्लेख किया।


भीड़ में असहजता का अनुभव

गिरिजा ने बताया कि भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में अनजान लोग महिलाओं को जानबूझकर छूने या टकराने का प्रयास करते हैं। उन्होंने एक घटना का जिक्र किया जब एक युवक अचानक उनके पीछे आया और बदतमीजी करने लगा। वह उनकी पीठ और गर्दन पर उंगली फिराते हुए तुरंत गायब हो गया, जिससे उन्हें कुछ कहने का भी मौका नहीं मिला।


स्कूल के दिनों की यादें

एक्ट्रेस ने अपने स्कूल के दिनों की एक घटना भी साझा की, जब उन्होंने एक लड़के को थप्पड़ मारा था जो उन्हें बार-बार परेशान करता था। इन अनुभवों ने उन्हें आत्मरक्षा और साहस का महत्व सिखाया। गिरिजा ने बताया कि उनकी मां ने हमेशा उन्हें आत्मविश्वास से भरा रखा और कभी भी बदमाशी को बर्दाश्त नहीं किया।


मां की निडरता

गिरिजा ने कहा कि अगर कोई उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता, तो उनकी मां तुरंत उस व्यक्ति का सामना करतीं, और जरूरत पड़ने पर शारीरिक रूप से भी। उन्होंने अपनी मां की निडरता और सतर्कता की सराहना की। गिरिजा ने अपने करियर की शुरुआत 'गोष्ट छोटी डोंगरावधी', 'गुलमोहर', 'मानिनी' और 'अडगुले मडगुले' जैसी मराठी फिल्मों से की थी।