गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर फायरिंग: भाऊ गैंग ने ली जिम्मेदारी
एल्विश यादव के घर पर फायरिंग की घटना
प्रसिद्ध यूट्यूबर एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित निवास पर रविवार को गोलीबारी की गई, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। हरियाणा के भाऊ गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से ली है। पोस्ट में यह दावा किया गया है कि विवादास्पद यूट्यूबर और 'बिग बॉस ओटीटी' के विजेता एल्विश यादव के घर के बाहर गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया ने फायरिंग कराई।
धमकी भरा पोस्ट
पोस्ट में दी धमकी
इंस्टाग्राम पर साझा किए गए पोस्ट में दो बंदूकों की तस्वीर के साथ 'भाऊ गैंग 2020 से' लिखा गया था। इसमें यह भी कहा गया कि एल्विश यादव ने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार करके समाज को नुकसान पहुँचाया है। पोस्ट में चेतावनी दी गई थी कि यह उन सभी के लिए एक संदेश है जो इन ऐप्स को प्रमोट करते हैं। किसी भी समय गोली या कॉल आ सकती है, इसलिए सतर्क रहें।
गैंग का आपराधिक इतिहास
गैंग का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
यह ध्यान देने योग्य है कि हिमांशु भाऊ इस गैंग का सरगना है और पुर्तगाल में छिपा हुआ है। नीरज फरीदपुरिया के साथ मिलकर इस गिरोह ने पहले भी गायक राहुल फाजिलपुरा की कार पर गोलीबारी की थी। जुलाई में हुए उस हमले की तरह, यह घटना भी सुनियोजित प्रतीत होती है।
पुलिस की पुष्टि
पुलिस ने दी घटना की पुष्टि
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, यह हमला रविवार सुबह लगभग 5:30 बजे एल्विश यादव के घर के बाहर हुआ। तीन नकाबपोश हमलावर मोटरसाइकिल पर आए और लगभग 25-30 राउंड फायरिंग की। गोलीबारी से घर की पहली मंजिल की खिड़कियां और दरवाजे क्षतिग्रस्त हो गए। उस समय एल्विश घर पर मौजूद नहीं थे, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। पुलिस ने बताया कि इस मामले में कोई घायल नहीं हुआ है।
परिवार की प्रतिक्रिया
परिवार की सामने आई प्रतिक्रिया
एल्विश के पिता ने कहा कि उन्हें या उनके बेटे को पहले किसी प्रकार की धमकी नहीं मिली थी। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने हमला करते समय सभी को सोते हुए पाया। एक व्यक्ति बाइक पर बैठा रहा, जबकि बाकी दो ने नीचे उतरकर गोलियां चलाईं और भाग गए। एल्विश इस समय शहर से बाहर हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा
पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया जारी है और आधिकारिक शिकायत मिलने के बाद गहराई से जांच की जाएगी।