गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा ने शादीशुदा जीवन पर खोली बातें
गोविंदा और सुनीता की शादी की कहानी
मुंबई: 90 के दशक के मशहूर अभिनेता गोविंदा एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार उनकी फिल्मों की वजह से नहीं, बल्कि उनकी पत्नी सुनीता आहूजा के हालिया बयान के कारण। एक इंटरव्यू में सुनीता ने अपने पति के निजी जीवन और उनके विवाह के बारे में खुलकर चर्चा की। गोविंदा और सुनीता की शादी को अब 38 वर्ष हो चुके हैं, जब उन्होंने 1987 में एक-दूसरे के साथ फेरे लिए थे। हालाँकि, सुनीता के बयान ने फैंस को चौंका दिया है।
शादी के शुरुआती सालों की बातें
पिंकविला के साथ बातचीत में सुनीता ने कहा कि शादी के प्रारंभिक वर्षों में गोविंदा ने कई गलतियाँ की थीं, जिन्हें स्वीकार करना कठिन था। उन्होंने कहा, 'जवानी में इंसान गलती करता है। मैंने भी की हैं, गोविंदा ने भी की हैं। लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, गलतियाँ शोभा नहीं देतीं। जब आपके पास एक सुंदर परिवार, पत्नी और बच्चे हैं, तो गलत रास्ते पर क्यों जाएं?'
गोविंदा का ग्लैमरस जीवन
इंटरव्यू में सुनीता ने बताया कि गोविंदा का एक अभिनेता के रूप में जीवन बहुत ही ग्लैमरस था। उन्होंने स्वीकार किया कि उस समय गोविंदा अक्सर अपने परिवार से ज्यादा समय अपनी सह-कलाकारों के साथ बिताते थे। 'वो हीरो हैं, मैं क्या कहूं। पत्नी होने के नाते, एक स्टार की पत्नी बनने के लिए बहुत मजबूत होना पड़ता है,' उन्होंने कहा। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है और फैंस की प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं।
अगले जन्म की इच्छा
बातचीत के दौरान सुनीता ने एक और भावनात्मक बयान दिया, जिसने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने कहा, 'गोविंदा एक बहुत अच्छे बेटे और भाई हैं, लेकिन एक अच्छे पति नहीं हैं। अगले जन्म में तू मेरा बेटा बनकर आना, पति नहीं चाहिए। सात जन्म तो भूल जा, ये जन्म ही काफी है।' उनके इस बयान से स्पष्ट होता है कि सुनीता ने अपने जीवन में बहुत कुछ सहा है, लेकिन अपने परिवार को एकजुट बनाए रखा है।