जम्मू-कश्मीर में नौगाम पुलिस स्टेशन पर धमाका: 9 की मौत, 27 घायल
नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट की घटना
नौगाम पुलिस स्टेशन विस्फोट: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुक्रवार रात नौगाम क्षेत्र में स्थित पुलिस स्टेशन में एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ। इस घटना में 9 लोगों की जान चली गई है, जबकि 27 अन्य घायल हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार के लिए एक संकेत है कि उसे अपने ख़ुफ़िया और आतंकवाद-रोधी तंत्र को मजबूत करना चाहिए।
खरगे ने शनिवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "यह जानकर बहुत दुख हुआ कि जम्मू-कश्मीर के नौगाम में एक पुलिस स्टेशन पर हुए विस्फोट में 9 कीमती जानें चली गईं और 24 लोग घायल हुए। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों को शीघ्र चिकित्सा सहायता मिलनी चाहिए और पीड़ितों को उचित मुआवज़ा दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "यह घटना दिल्ली में लाल किले के पास हुए हालिया आतंकवादी हमले के कुछ दिनों बाद हुई है, और यह केंद्र सरकार के लिए एक चेतावनी है कि उसे अपने ख़ुफ़िया तंत्र और आतंकवाद-रोधी तंत्र को मजबूत करना चाहिए। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आतंकवाद के खिलाफ देश के साथ खड़ी है। हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में, आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की आवश्यकता है।"
फरीदाबाद से बरामद विस्फोटकों में धमाका
रिपोर्टों के अनुसार, यह विस्फोट उस समय हुआ जब घटनास्थल से बरामद विस्फोटक सामग्री की एफएसएल टीम पिछले दो दिनों से जांच कर रही थी। मृतकों में अधिकांश पुलिसकर्मी और फोरेंसिक टीम के अधिकारी शामिल हैं, जो ज़ब्त विस्फोटकों (अमोनियम नाइट्रेट) की जांच कर रहे थे। इसके अलावा, श्रीनगर प्रशासन के एक नायब तहसीलदार सहित दो अधिकारियों की भी मौत की सूचना है।
धमाका इतना शक्तिशाली था कि इससे आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा। घायलों को भारतीय सेना के 92 बेस अस्पताल और शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (SKIMS) में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि ये विस्फोटक सामग्री हरियाणा के फरीदाबाद से लाई गई थी। यह पता लगाया जा रहा है कि विस्फोट अचानक रासायनिक अस्थिरता के कारण हुआ या इसके पीछे कोई साजिश थी।