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जयपुर पुलिस ने नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का किया पर्दाफाश

जयपुर पुलिस ने नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें मुख्य आरोपी सचिन गौरा को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरोह 60 लाख रुपये लेकर छात्रों को MBBS में दाखिला दिलाने का काम कर रहा था। सचिन के चचेरे भाई ने परीक्षा दी थी, जबकि सचिन ने फॉर्म भरा था। पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
 

जयपुर में नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा

राजस्थान समाचार: जयपुर पुलिस ने नीट (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) 2020 में फर्जी तरीके से MBBS में दाखिला दिलाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के मुख्य आरोपी सचिन गौरा को गिरफ्तार किया गया है। इस नेटवर्क में एक दर्जन से अधिक लोग शामिल बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह गिरोह 60 लाख रुपये लेकर छात्रों को MBBS डॉक्टर बनाने का काम कर रहा था। पुलिस अब सचिन गौरा से पूछताछ कर रही है ताकि अन्य आरोपियों का पता लगाया जा सके। पुलिस का दावा है कि जल्द ही और गिरफ्तारियां की जाएंगी।


सचिन के चचेरे भाई ने दी परीक्षा

सचिन की जगह चचेरे भाई ने दी थी परीक्षा

जयपुर के डीसीपी अमित बुडानिया ने बताया कि यह मामला चोमू थाना क्षेत्र का है। सचिन गौरा ने नीट परीक्षा का फॉर्म भरा था, लेकिन परीक्षा उसके चचेरे भाई अजीत गौरा ने दी। असली छात्र की जगह डमी कैंडिडेट ने परीक्षा दी। अजीत ने परीक्षा में 667 अंक प्राप्त किए, जिसके बाद सचिन ने MBBS में दाखिला लिया। जांच में यह भी सामने आया कि इस फर्जीवाड़े की रकम लगभग 60 लाख रुपये थी।


छात्रों और हॉस्टल स्टाफ का विरोध

छात्रों और हॉस्टल स्टॉफ ने किया विरोध

डीसीपी के अनुसार, सचिन इस समय जोधपुर एम्स में MBBS की पढ़ाई कर रहा है। जब यह मामला सामने आया, तो पुलिस ने उसे एम्स के हॉस्टल नंबर 6 से गिरफ्तार किया। इस दौरान अन्य छात्रों और हॉस्टल स्टाफ ने इसका विरोध किया। पुलिस ने अतिरिक्त बल बुलाकर स्थिति को नियंत्रित किया और सचिन को हिरासत में लिया।


रिश्तेदार ने किया फर्जीवाड़े का खुलासा

सचिन के रिश्तेदार ने किया फर्जीवाड़े का खुलासा

सूत्रों के अनुसार, सचिन के रिश्तेदार ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया और पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने 15 दिन पहले इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में आरोप सही पाए जाने पर सचिन को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उसके चचेरे भाई अजीत गौरा की तलाश जारी है।


अजीत बन गया MBBS डॉक्टर

अजीत बन गया MBBS डॉक्टर

परीक्षा देने वाला अजीत अब भरतपुर के जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बन चुका है। इस प्रकार बिना मेहनत के पैसे के बल पर डॉक्टर बनने की पूरी साजिश रची गई। इस मामले में एक और आरोपी सुभाष सैनी भी शामिल है, जो 2013 में नीट पीजी स्कैम में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस ने एम्स, जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज और NTA से सभी दस्तावेज मांगे हैं।