जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच में नया मोड़, तीन एनआरआई से पूछताछ
जांच का नया चरण
असम के प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत की जांच अब एक महत्वपूर्ण चरण में पहुँच गई है। आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने 13 अक्टूबर को तीन असमिया मूल के अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) से पूछताछ की, जो कथित तौर पर उस रात सिंगापुर में एक यॉट पार्टी में शामिल थे। ये तीन व्यक्ति, परीक्षित सरमा, सिद्धार्थ बोरा और जियोलंगसैट नारज़ारी, सोमवार सुबह गुवाहाटी स्थित सीआईडी मुख्यालय में पेश हुए। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इनसे गर्ग की असामयिक मृत्यु से संबंधित घटनाओं के बारे में गहन पूछताछ की गई।
मुख्यमंत्री का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने रविवार को बताया कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद सीआईडी को गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में एक ठोस आधार मिल गया है। उन्होंने कहा कि चार और असमी प्रवासी सोमवार को गुवाहाटी पहुंचेंगे और अपने बयान दर्ज कराने के लिए सीआईडी के सामने पेश होंगे।
मुख्यमंत्री ने 'फेसबुक लाइव' सत्र में कहा, 'दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक प्रयोगशाला (सीएफएल) ने हमें विसरा रिपोर्ट प्रदान की है। मुझे खुशी है कि अब सीआईडी को मामले में एक ठोस आधार मिल गया है। कुछ ही दिनों में जुबिन गर्ग की मौत का पूरा घटनाक्रम अदालत में पेश किया जाएगा।'
मौत की परिस्थितियाँ
प्रसिद्ध गायक की मृत्यु 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय हुई थी। वह चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में भाग लेने के लिए वहां गए थे। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में गर्ग के पोस्टमार्टम के बाद विसरा का नमूना विस्तृत जांच के लिए सीएफएल भेजा गया था।
सीआईडी के विशेष डीजीपी मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने शनिवार को कहा कि विसरा रिपोर्ट प्राप्त हो गई है और अंतिम पोस्टमार्टम की तैयारी के लिए जीएमसीएच को सौंप दी गई है। पहले पोस्टमार्टम का आयोजन सिंगापुर में हुआ था, जबकि दूसरा 23 सितंबर को जीएमसीएच में किया गया।
जांच में प्रगति
गर्ग की पत्नी गरिमा ने चार अक्टूबर को अपने पति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को यह कहते हुए लौटा दी थी कि यह उनका निजी दस्तावेज नहीं है और जांचकर्ता ही यह तय करेंगे कि इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए या नहीं।
पुलिस ने असम एसोसिएशन सिंगापुर से जुड़े 10 लोगों को नए समन जारी किए थे, क्योंकि वे छह अक्टूबर की समय सीमा के भीतर जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए थे। अब तक सिंगापुर से केवल एक असमिया, रुमकमल कलिता, सीआईडी के समक्ष उपस्थित हुआ है और उससे 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन छह लोगों ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है, उन्हें जुबिन गर्ग के लिए आने को कहा जाएगा, जो हर असमिया की पहचान और दिल की धड़कन थे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वे नहीं आते हैं, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।