टीवी टीआरपी चार्ट में नया मोड़: स्मृति ईरानी की वापसी ने 'अनुपमा' को पीछे छोड़ा
टीवी की टीआरपी में नया बदलाव
टीवी की दुनिया में हर हफ्ते टीआरपी चार्ट में नए बदलाव देखने को मिलते हैं। कभी-कभी, एक शो जो लंबे समय से पहले स्थान पर है, अचानक नीचे गिर जाता है, जबकि कोई नया शो धमाकेदार शुरुआत करके सबको चौंका देता है। इस हफ्ते भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब स्मृति ईरानी की शानदार वापसी ने 'अनुपमा' की बादशाहत को समाप्त कर दिया।
स्मृति ईरानी की नई शुरुआत
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2' ने अपने पहले हफ्ते में 2.3 की शानदार टीआरपी के साथ पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया। इस शो ने पुरानी यादों और भावनात्मक कहानी के माध्यम से दर्शकों को फिर से जोड़ा और नए दर्शकों को भी आकर्षित किया।
अनुपमा का दूसरा स्थान
स्मृति ईरानी और अमर उपाध्याय की जोड़ी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' अपने समय में एक कल्ट क्लासिक थी। वहीं, रूपाली गांगुली का शो 'अनुपमा', जो लंबे समय से टीआरपी चार्ट में पहले स्थान पर था, अब दूसरे पायदान पर आ गया है। दोनों शोज की टीआरपी लगभग समान रही, लेकिन 'क्योंकि 2' की नई शुरुआत ने उसे आगे बढ़ा दिया।
तीसरे स्थान पर 'ये रिश्ता क्या कहलाता है'
इस हफ्ते तीसरे स्थान पर 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' (YRKKH) रहा, जो पिछले हफ्ते दूसरे स्थान पर था। समृद्धि शुक्ला और रोहित पुरोहित के इस शो की टीआरपी 2.1 से घटकर 2.0 हो गई है। वर्तमान में कहानी में अभिरा के मायरा का सच सामने लाने वाला ट्रैक दर्शकों को जोड़ रहा है।
रियलिटी शो की सफलता
'लाफ्टर शेफ्स 2' चौथे स्थान पर रहा, जिसने 2.0 की टीआरपी हासिल की और कई स्क्रिप्टेड शोज को पीछे छोड़ दिया। इसके ग्रैंड फिनाले में एल्विश यादव और करण कुंद्रा को विजेता घोषित किया गया।
पांचवें स्थान पर 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा'
दर्शकों का प्रिय कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पांचवें स्थान पर रहा। इसकी टीआरपी 1.9 बनी रही, लेकिन यह तीसरे स्थान से फिसलकर पांचवें पर पहुंच गया।
अन्य शोज की स्थिति
'उड़ने की आशा' और नए लॉन्च हुए शोज 'कभी नीम नीम कभी शहद शहद' और 'तू धड़कन मैं दिल' फिलहाल टीआरपी चार्ट में ऊपर चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
वापसी और नॉस्टैल्जिया का प्रभाव
इस हफ्ते का टीआरपी चार्ट स्पष्ट रूप से दिखाता है कि टीवी इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा कितनी कठिन है। एक मजबूत वापसी, पुरानी यादों का जादू और नई ऊर्जा कभी भी खेल को बदल सकती है।