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द फैमिली मैन 3: क्या मनोज बाजपेयी का नया सीजन दर्शकों को फिर से बांध पाएगा?

मनोज बाजपेयी की लोकप्रिय वेब सीरीज 'द फैमिली मैन' का तीसरा सीजन अब अमेजन प्राइम वीडियो पर उपलब्ध है। इस बार दर्शकों को एक नई कहानी और रोमांचक मोड़ देखने को मिलेंगे। हालांकि, इसकी शुरुआत धीमी है, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, थ्रिल और तनाव बढ़ता है। क्या श्रीकांत तिवारी अपने मिशन में सफल होंगे? जानें इस सीजन में क्या खास है और दर्शकों की प्रतिक्रिया कैसी है।
 

द फैमिली मैन का तीसरा सीजन आया


मुंबई: मनोज बाजपेयी की चर्चित वेब सीरीज 'द फैमिली मैन' का तीसरा सीजन आखिरकार दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया है। पहले सीजन ने 2019 में दर्शकों को चौंका दिया था, जबकि दूसरे सीजन ने भी दो साल बाद अपनी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए प्रशंसा बटोरी। लेकिन तीसरे सीजन के लिए दर्शकों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। यह शो 21 नवंबर 2025 को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुआ, और इस बार दर्शकों में उत्साह कई गुना बढ़ गया है।


मनोज बाजपेयी और जयदीप अहलावत की जोड़ी

ट्रेलर के रिलीज होते ही यह स्पष्ट हो गया था कि इस बार की कहानी और भी रोमांचक होगी। मनोज बाजपेयी एक बार फिर श्रीकांत तिवारी के किरदार में नजर आए हैं, और दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए वह अपने रोल में पूरी तरह से डूबे हुए हैं। इस सीजन में जयदीप अहलावत भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो अपने प्रभावशाली अभिनय से शो में एक अलग ही जादू बिखेरते हैं। दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री शो की एक बड़ी ताकत बनकर उभरती है।


कहानी में गहराई, लेकिन शुरुआत धीमी

हालांकि इस सीजन की कहानी पिछले दोनों सीजन की तुलना में अधिक गहराई और सटीकता के साथ लिखी गई है, लेकिन इसकी धीमी शुरुआत दर्शकों के धैर्य की परीक्षा लेती है। सात एपिसोड में से पहले तीन एपिसोड काफी धीमी गति से चलते हैं, जिसमें कहानी को खुलने में समय लगता है। यही धीमापन दर्शकों के लिए थोड़ा उबाऊ साबित हो सकता है। लेकिन तीसरे एपिसोड के बाद सीरीज अचानक रफ्तार पकड़ती है और वही पुराना 'फैमिली मैन' वाला थ्रिल और तनाव वापस लौट आता है।


नॉर्थईस्ट में नई मुसीबत का आगाज़

सीजन की शुरुआत नॉर्थईस्ट में सिलसिलेवार बम धमाकों से होती है। इसके बाद कहानी श्रीकांत तिवारी के घरेलू जीवन की ओर मुड़ती है, जहां उनके और उनकी पत्नी सुचित्रा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों अलग होने की कगार पर हैं, और सुचित्रा ने नया घर खरीदा है, जहां गृहप्रवेश के दौरान भी रिश्तों में खटास साफ नजर आती है।


इसी बीच श्रीकांत को अपने बॉस गौतम कुलकर्णी के साथ एक खतरनाक मिशन पर नॉर्थईस्ट भेजा जाता है। मिशन के दौरान उन पर हमला होता है, जिसमें कुलकर्णी की मौत हो जाती है और श्रीकांत किसी तरह बच निकलते हैं। यह वही मोड़ है, जहां से कहानी असली ट्विस्ट लेना शुरू करती है। श्रीकांत खुद को एक ऐसी साजिश में फंसा हुआ पाता है, जिसमें उसका अपना विभाग भी उस पर शक करने लगता है।


मिशन पर बढ़ता खतरा

हमले के बाद श्रीकांत की जिंदगी में खतरा और बढ़ जाता है। उसका परिवार भी खतरे में आ जाता है, जबकि उसकी शादी टूटने के कगार पर होती है। लेकिन कठिन परिस्थितियों में उसके पुराने साथी उसका साथ देते हैं। जैसे-जैसे सीरीज आगे बढ़ती है, कई सवाल उठते हैं, जैसे क्या श्रीकांत इस मिशन को सफलतापूर्वक पूरा कर पाएगा? क्या वह खुद को निर्दोष साबित कर सकेगा? क्या उसकी शादी बच पाएगी? इन सवालों के जवाब दर्शकों को अंतिम एपिसोड तक बांधे रखते हैं।


शानदार अभिनय

मनोज बाजपेयी हमेशा की तरह बेहतरीन हैं। जयदीप अहलावत अपने किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं। प्रियमणि, शारिब हाशमी, जुगल हंसराज और श्रेया धनवंतरी भी अपने-अपने किरदारों को जीवंत बनाते हैं। यदि शुरुआती एपिसोड्स की गति थोड़ी तेज होती, तो यह सीजन अब तक का सबसे बेहतरीन साबित हो सकता था।