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दिल्ली मेट्रो की दीवारों को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

दिल्ली मेट्रो की दीवारों को गंदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के आदेश पर 53 व्यक्तियों और एजेंसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दिल्ली सरकार ने गंदगी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है और 327 मेट्रो साइटों से पोस्टर और बैनर हटाए गए हैं। इसके अलावा, DMRC ने एक विशेष टीम का गठन किया है जो सभी स्टेशनों पर निगरानी रखेगी। जानें इस कार्रवाई के पीछे की वजह और आगे की योजना।
 

दिल्ली मेट्रो पर गंदगी करने वालों के खिलाफ एफआईआर

दिल्ली समाचार: दिल्ली मेट्रो की दीवारों को गंदा करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निर्देश पर 53 एजेंसियों और व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस कदम से लोगों में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि भविष्य में और भी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।


327 मेट्रो साइटों से हटाए गए पोस्टर और बैनर

दिल्ली सरकार ने गंदगी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है। मुख्यमंत्री के आदेश पर, दिल्ली के 327 मेट्रो साइटों से पोस्टर और बैनर हटा दिए गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सभी स्थानों पर सौंदर्यकरण अभियान भी शुरू किया है। DMRC के अनुसार, मेट्रो के सभी पिलर और दीवारों को आकर्षक बनाने का कार्य आरंभ हो चुका है। यदि इसके बाद भी दीवारों पर पोस्टर या बैनर चिपकाए गए, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।


DMRC की विशेष टीम की निगरानी

दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सभी स्टेशनों और साइटों पर निगरानी रखने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम पूरे दिल्ली में भ्रमण कर सभी स्थानों पर नजर रखेगी। यदि किसी स्थान पर बैनर या पोस्टर चिपके पाए जाते हैं, तो एंटी-डिफेसमेंट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी।


दिल्ली मेट्रो का गौरव और नागरिकों की जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली मेट्रो राजधानी का गौरव है और इसे साफ-सुथरा रखना हम सभी का कर्तव्य है। इसके लिए नागरिकों को भी जागरूक किया जाएगा। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है, जो आगे भी जारी रहेगी।


अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अब हर विभाग और अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी और अन्य विभागों को अपनी जिम्मेदारी उठानी होगी। दिल्ली को स्वच्छ बनाने में सभी को अपना योगदान देना होगा। यदि इसके बाद भी लापरवाही बरती गई, तो कार्रवाई की जाएगी।