नवरात्र व्रत के नियम: मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए क्या करें और क्या न करें
नवरात्र का पर्व मां दुर्गा की आराधना का समय है, जिसमें भक्त विशेष नियमों का पालन करते हैं। इस लेख में जानें कि नवरात्र व्रत में क्या करना चाहिए और क्या नहीं, ताकि मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। सही तरीके से व्रत रखने से भक्तों को मां का आशीर्वाद मिलता है।
Sep 22, 2025, 11:30 IST
नवरात्र व्रत में ध्यान रखने योग्य बातें
जाने-अनजाने में की गई गलतियों से नाराज हो सकती है मां दुर्गा
शारदीय नवरात्र का आरंभ हो चुका है, और इस दौरान भक्त माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं। ये नौ दिन मां दुर्गा अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। भक्त कई प्रकार के व्रत, तप और हवन करते हैं, लेकिन कुछ गलतियों के कारण मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं, जिससे व्रत का फल भी प्रभावित हो सकता है। आइए जानते हैं नवरात्र के व्रत में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
नवरात्र व्रत में क्या नहीं करना चाहिए
- क्रोध और नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए। किसी की बुराई करने या झूठ बोलने से बचें।
- व्रति को लकड़ी के तख्त या गद्दे पर नहीं सोना चाहिए।
- यदि आप एक समय भोजन करते हैं, तो बीच में फलाहार नहीं करना चाहिए।
- जरूरी यात्रा के दौरान व्रत न रखें, क्योंकि नियमों का पालन करना कठिन हो सकता है।
- गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों को व्रत नहीं करना चाहिए।
- घर में तामसिक भोजन नहीं बनाना चाहिए।
- साधारण नमक का प्रयोग न करें, केवल सेंधा नमक का उपयोग करें।
नवरात्र व्रत में क्या करना चाहिए
- सत्य बोलें और मन को संयमित रखें।
- ब्रह्मचर्य का पालन करें और सकारात्मक भाव रखें।
- सप्तमी, अष्टमी या नवमी को 9 कन्याओं को भोजन कराएं।
- हर दिन माता रानी की पूजा करें और दीप जलाएं।
- दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मां को भोग लगाएं।
- अनाज का सेवन न करें, केवल फलाहारी चीजें खाएं।
- एक समय भोजन करने वाले बीच में फलाहार न लें।
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