पंचकूला में माता मनसा देवी मेले के लिए सुरक्षा इंतजाम
पंचकूला में 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले माता मनसा देवी मेले के लिए पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। 972 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की योजना बनाई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, पुलिस ने असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। जानें इस मेले के दौरान पुलिस प्रशासन की अन्य तैयारियों के बारे में।
Sep 23, 2025, 18:15 IST
पंचकूला में माता मनसा देवी मेले की सुरक्षा तैयारियाँ
चंडीगढ़ समाचार: पंचकूला: 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले माता मनसा देवी मेले के सफल और सुरक्षित आयोजन के लिए पंचकूला पुलिस ने सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज के मार्गदर्शन में सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक व्यापक योजना बनाई गई है।
इस संदर्भ में, डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने आज मेले के स्थल का निरीक्षण भी किया।
डीसीपी ने बताया कि मनसा देवी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, इसलिए पुलिस का प्रयास रहेगा कि सुरक्षा में कोई कमी न हो और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न न हो। मेले के दौरान कुल 972 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
इनमें से 542 पुलिसकर्मी पंचकूला से हैं, जिनमें महिला पुलिसकर्मियों की भी पर्याप्त संख्या शामिल है। इसके अलावा, पानीपत, सोनीपत और हिसार रेंज से आई पुलिस फोर्स के 430 जवान भी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। एसीपी स्तर के अधिकारी पूरे आयोजन पर निगरानी रखेंगे।
डीसीपी ने ड्यूटी इंचार्ज अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे श्रद्धालुओं के साथ शालीनता से पेश आएं और जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता प्रदान करें। उन्होंने कहा कि यह पुलिस के लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें माता के मेले में सेवा का अवसर मिला है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से, पुलिस ने असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सिविल कपड़ों में भी पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेले के परिसर में अस्थाई नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसके अलावा, मेले के आसपास 12 नाके लगाए गए हैं, जहां वाहनों और संदिग्ध व्यक्तियों की गहन जांच की जाएगी।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, ईआरवी, पीसीआर और राइडर टीमें लगातार पेट्रोलिंग करेंगी। साथ ही, दूरबीन, बॉडी कैमरा और सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे परिसर की निगरानी की जाएगी। सभी क्राइम ब्रांच टीमें भी पूरी तरह से सक्रिय रहेंगी।
डीसीपी ने बताया कि न केवल माता मनसा देवी मंदिर, बल्कि आसपास के प्रमुख धार्मिक स्थलों जैसे काली माता मंदिर कालका, माता शारदा मंदिर त्रिलोकपुर रायपुररानी, चण्डी माता मंदिर और माता समलोठा देवी मंदिर मोरनीपर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
डीसीपी ने आम जनता से अपील की है कि मेले के दौरान पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। श्रद्धालु अपने वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही खड़ा करें और अनावश्यक भीड़भाड़ या भगदड़ की स्थिति उत्पन्न न होने दें। यदि किसी प्रकार की आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके।