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पंजाब में बुजुर्गों के लिए नया सम्मान अभियान: 'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान'

पंजाब में 'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान' अभियान बुजुर्गों के लिए एक नई पहल है, जो उन्हें सम्मान और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में शुरू किया गया यह अभियान न केवल बुजुर्गों की समस्याओं को समझता है, बल्कि उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है। जानें इस पहल के तहत चल रहे स्वास्थ्य शिविरों और पेंशन योजनाओं के बारे में, जो बुजुर्गों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं।
 

पंजाब में बुजुर्गों के लिए नई पहल

पंजाब समाचार: सेवा, संस्कार और सम्मान की पहचान वाला पंजाब अब अपने बुजुर्गों के लिए एक नई कहानी लिख रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में शुरू किया गया अभियान 'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान' (हमारे बुजुर्ग, हमारा सम्मान) उन सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास कर रहा है, जिन्होंने जीवनभर दूसरों की सेवा की, लेकिन बुढ़ापे में अकेलेपन और उपेक्षा का सामना किया। यह केवल एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि एक सामाजिक जागरूकता का अभियान है, जिसमें सरकार परिवार की भूमिका निभा रही है।


बुजुर्गों की समस्याओं को समझना

आधुनिकता की दौड़ में जहां परिवारों के बीच दूरी बढ़ती जा रही है, वहीं भगवंत मान सरकार ने बुजुर्गों की अनकही समस्याओं को सामने लाने का काम किया है। इस अभियान की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस (3 अक्टूबर 2023) को हुई थी। सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि यह पहल केवल चिकित्सा सुविधाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि बुजुर्गों के जीवन में सम्मान लौटाने का प्रयास है।


स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन

बीमारियों का इलाज

राज्य के सभी जिलों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जहां उम्र से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जा रहा है। इन शिविरों में ENT जांच, आंखों की जांच, मुफ्त चश्मा वितरण और मुफ्त सर्जरी की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। पंजाब के 22 जिलों—जिनमें लुधियाना, बठिंडा, जालंधर, अमृतसर, पटियाला, रूपनगर, फिरोजपुर और मोगा शामिल हैं—में ये शिविर लोगों के बीच नई उम्मीद जगा रहे हैं।


आर्थिक सहायता के लिए पेंशन योजना

पेंशन योजना से आर्थिक सहारा

इस योजना का एक महत्वपूर्ण स्तंभ वृद्धावस्था पेंशन स्कीम है, जिसके तहत 22 लाख वरिष्ठ नागरिकों को ₹1,500 प्रति माह प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से दिया जा रहा है। अब तक सरकार ने ₹2055.05 करोड़ की राशि जारी की है, जिससे 23.09 लाख बुजुर्गों को लाभ मिला है।


स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान

स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों पर फोकस

सिर्फ इलाज ही नहीं, सरकार ने बुजुर्गों की सुरक्षा और समस्याओं के समाधान के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 14567 भी जारी किया है। इस नंबर पर राज्य के किसी भी बुजुर्ग की परेशानी सीधे सुनी जाती है और ज़रूरत पड़ने पर त्वरित सहायता पहुंचाई जाती है।


'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान' का महत्व

'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान'

'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान' केवल सरकारी कागजों में दर्ज एक योजना नहीं है, बल्कि पंजाब की आत्मा से जुड़ा एक भावनात्मक अभियान है। जब एक बुजुर्ग नई ऐनक लगाकर अपने पोते को साफ-साफ देखता है, या जब वह अपनी दवाइयाँ खुद जाकर लेता है—तो यह सिर्फ सुविधा नहीं, आत्मगौरव की वापसी है।


सम्मान लौटाने की नई मिसाल

सम्मान लौटाने की नई मिसाल

यह अभियान पंजाब की उस परंपरा को नया जीवन दे रहा है, जहाँ बुजुर्गों को घर का नहीं, संस्कृति का स्तंभ माना जाता था। यह मानवीय दृष्टिकोण वाली नीति बताती है कि विकास केवल इमारतों से नहीं, बल्कि उन चेहरों की मुस्कान से मापा जाना चाहिए, जिन्होंने जीवनभर दूसरों के लिए रास्ते बनाए। 'साड्डे बुजुर्ग साड्डा मान' दरअसल पंजाब के उस हृदय की कहानी है जो आज भी सेवा और सम्मान से धड़कता है।