प्रदीप नरवाल का जलभराव प्रभावित गांवों का दौरा
जलभराव से प्रभावित गांवों का दौरा
- सरकार को जलभराव से प्रभावित गांवों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर राहत प्रदान करनी चाहिए: प्रदीप नरवाल
भिवानी, 20 जुलाई :
प्रदीप नरवाल का दौरा: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल ने बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा किया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य हाल की भारी बारिश के कारण उत्पन्न जलभराव की स्थिति का निरीक्षण करना और स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझना था।
प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
नरवाल ने प्रेमनगर, जताई, धनाना, घुसकनी, चांग, और तिगड़ाना गांवों का दौरा किया, जहां उन्होंने जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से उनकी समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने किसानों, महिलाओं और बच्चों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने बताया कि भारी बारिश के कारण सड़कों, खेतों और आवासीय क्षेत्रों में जलभराव हो गया है, जिससे उनकी दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं।
समस्याओं का समाधान
ग्रामीणों ने बच्चों के स्कूल आने-जाने में कठिनाई, फसलों को हुए नुकसान और सामान्य आवागमन में बाधा जैसी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। नरवाल ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की मांग की, जैसे कि उचित ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण।
मुआवजे की मांग
प्रदीप नरवाल ने सरकार से मांग की कि प्रभावित किसानों को उनकी बर्बाद फसलों के लिए कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए। उन्होंने प्रशासन से जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी के लिए मोटर पंप और अन्य संसाधनों का उपयोग करने की अपील की।
स्थायी समाधान की आवश्यकता
नरवाल ने जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने सरकार से बुनियादी ढांचे में निवेश करने और नहरों के रखरखाव की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि जलभराव से प्रभावित गांवों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर सभी आवश्यक राहत सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।