प्रेम चोपड़ा: एक अजनबी के ऑफर से बने बॉलीवुड के खलनायक
बॉलीवुड में प्रेम चोपड़ा का सफर
बॉलीवुड में कई सितारे हैं जिनकी यात्रा अनोखी रही है। कुछ ने हीरो बनकर दर्शकों का दिल जीता, जबकि अन्य ने विलेन के रूप में पहचान बनाई। इन सितारों की जिंदगी में कई चुनौतियाँ आईं, लेकिन उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज हम एक ऐसे अभिनेता की बात कर रहे हैं, जिनका फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने का किस्सा एक अजनबी से जुड़ा है। प्रेम चोपड़ा, जो 22 सितंबर को अपना 89वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं, ने लोकल ट्रेन में एक फिल्म का प्रस्ताव प्राप्त किया था और आज वे बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध खलनायकों में से एक हैं। आइए जानते हैं कि प्रेम चोपड़ा की फिल्मी यात्रा कैसे शुरू हुई।
पिता की इच्छाओं के खिलाफ
प्रेम चोपड़ा का जन्म लाहौर में हुआ, लेकिन विभाजन के बाद उनका परिवार शिमला आ गया। वहीं पर उनका पालन-पोषण हुआ। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। उनके पिता चाहते थे कि वे डॉक्टर या सरकारी अधिकारी बनें, लेकिन प्रेम चोपड़ा का सपना हमेशा से अभिनेता बनने का था। पढ़ाई के बाद, वे मुंबई चले गए और अपने खर्चों को चलाने के लिए एक अखबार में काम करने लगे। इस बारे में उन्होंने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था।
डॉक्यूमेंट्री में डेब्यू का मौका
प्रेम चोपड़ा को अपनी पहली फिल्म का प्रस्ताव लोकल ट्रेन में मिला था। उन्होंने बताया कि एक दिन ट्रेन में यात्रा करते समय एक अजनबी ने उनसे पूछा, 'क्या आप फिल्मों में काम करना चाहेंगे?' इस सवाल का जवाब देते हुए प्रेम ने तुरंत हां कहा। यह प्रस्ताव एक पंजाबी फिल्म 'चौधरी करनैल सिंह' का था, जो बाद में सुपरहिट साबित हुई।
खलनायक के रूप में पहचान
प्रेम चोपड़ा ने 1964 में फिल्म 'वो कौन थी?' में विलेन की भूमिका निभाई, जो एक बड़ी हिट रही। इस फिल्म में उनके अभिनय की काफी सराहना हुई। इसके बाद, उन्होंने अपने नेगेटिव किरदारों का सिलसिला जारी रखा और आज वे बॉलीवुड के सबसे खतरनाक खलनायकों में से एक माने जाते हैं।