फिल्म 'इक्कीस' की रिलीज़ डेट और सेंसर बोर्ड के बदलाव
फिल्म 'इक्कीस' का नया साल में आगमन
मुंबई: बॉलीवुड की आगामी फिल्म 'इक्कीस' 1 जनवरी 2026 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है। यह फिल्म 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अदम्य साहस दिखाने वाले सबसे युवा परम वीर चक्र विजेता सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की वीरता की कहानी पर आधारित है। अगस्त्य नंदा इस किरदार में नजर आएंगे, जबकि दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र उनके पिता की भूमिका निभा रहे हैं। यह धर्मेंद्र की अंतिम फिल्मों में से एक मानी जा रही है, जिसमें गहरी भावनाएं समाहित हैं।
'इक्कीस' पर सेंसर बोर्ड की कार्रवाई
निर्देशक श्रीराम राघवन, जो थ्रिलर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। फिल्म में जयदीप अहलावत और न्यूकमर सिमर भाटिया भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन द्वारा जांचा गया और कुछ संशोधनों के साथ इसे U/A 13+ सर्टिफिकेट दिया गया है, जिसका अर्थ है कि 13 साल से कम उम्र के बच्चे इसे माता-पिता की देखरेख में देख सकते हैं।
सेंसर बोर्ड के द्वारा किए गए बदलाव
सर्टिफिकेट मिलने की तारीख 15 दिसंबर 2025 है। CBFC ने फिल्म में कुछ बदलावों की मांग की थी, जिसमें सबसे प्रमुख भारत-पाकिस्तान संबंधों पर आधारित 15 सेकंड का डायलॉग हटाना शामिल है। इसके अलावा, फिल्म के दूसरे भाग में एक टैंक का नाम हटाने के लिए कहा गया। शराब के ब्रांड नाम को धुंधला करने और एंटी-स्मोकिंग संदेश जोड़ने के निर्देश भी दिए गए। प्रारंभिक डिस्क्लेमर में संशोधन, पूना हॉर्स रेजिमेंट को विशेष मान्यता देना और एंड क्रेडिट्स में कुछ बदलाव भी किए गए हैं।
फिल्म का कुल रनटाइम
इन सभी परिवर्तनों के बाद, फिल्म का कुल रनटाइम 147 मिनट 15 सेकंड, यानी 2 घंटे 27 मिनट 15 सेकंड हो गया है। यह एक संक्षिप्त लेकिन भावनात्मक और एक्शन से भरपूर युद्ध ड्रामा है, जो दर्शकों को देशभक्ति की भावना से जोड़ने का प्रयास करेगा। 'इक्कीस' पहले 25 दिसंबर 2025 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब यह 1 जनवरी 2026 को प्रदर्शित होगी। नए साल की शुरुआत में, यह फिल्म साहस और बलिदान की प्रेरणादायक कहानी पेश करेगी।
अगस्त्य नंदा का प्रभावशाली प्रदर्शन
ट्रेलर में दिखाए गए युद्ध दृश्यों, भावुक पिता-पुत्र के रिश्ते और अगस्त्य नंदा के प्रभावशाली प्रदर्शन ने पहले से ही चर्चा का विषय बना दिया है। यह फिल्म न केवल एक बहादुर सैनिक की जिंदगी का जश्न मनाती है, बल्कि युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित भी करती है। अरुण खेत्रपाल ने केवल 21 वर्ष की आयु में बसंतर की लड़ाई में दुश्मन के 10 टैंकों को नष्ट कर इतिहास रचा था। फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि नए साल में 'इक्कीस' बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन करेगी।