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फैसल खान ने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए, रिश्तों में आई दरार

फैसल खान, जो हाल ही में फिल्म मेला में चर्चा में आए थे, ने अपने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने उन पर अपनी बहन से शादी करने का दबाव डाला था। इसके अलावा, उन्होंने अपने भाई आमिर और अन्य परिवार के सदस्यों पर भी आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उनके और आमिर के बीच दूरी पैदा की। फैसल ने अपने परिवार से सभी रिश्ते तोड़ने का निर्णय लिया है, जिसे उन्होंने अपनी 'हीलिंग और ग्रोथ' के लिए आवश्यक बताया। जानें इस विवाद की पूरी कहानी।
 

फैसल खान का विवादास्पद खुलासा

फिल्म मेला में चर्चा का विषय बने अभिनेता फैसल खान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। आमिर खान के छोटे भाई फैसल ने अपने परिवार के खिलाफ ऐसे आरोप लगाए हैं, जो सभी को चौंका रहे हैं। उनका कहना है कि वर्ष 2002-2003 में उनकी मां जीनत हुसैन ने उन पर अपनी बहन से विवाह करने का दबाव डाला था। इसके अलावा, उन्होंने अपने भाई आमिर, बहन निकहत हेडगे और जीजा संतोष हेडगे पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।


मां के दबाव का खुलासा

फैसल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी मां ने उन पर अपनी बहन से शादी करने का दबाव बनाया था, जिससे वह बेहद असहज महसूस कर रहे थे। इस दावे ने सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने बताया कि परिवार की इस सोच ने उन्हें गहरी पीड़ा दी।


भाई-बहन पर आरोप

फैसल ने आरोप लगाया कि उनकी बहन निकहत हेडगे और जीजा संतोष हेडगे ने उनके और आमिर खान के बीच दूरी पैदा की। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने आमिर को गुमराह किया, लेकिन यह भी कहा कि आमिर को अब खुद सही और गलत का निर्णय लेना चाहिए।


परिवार के बयान पर सवाल

फैसल ने आमिर और उनके परिवार द्वारा जारी प्रेस रिलीज को भ्रामक बताया। उनका कहना है कि इसमें कोई तारीखें नहीं दी गईं और पुराने मुद्दों को हाल के रूप में पेश किया गया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने परिवार से सभी रिश्ते तोड़ लिए हैं, यह निर्णय उनके लिए कठिन था, लेकिन उनकी "हीलिंग और ग्रोथ" के लिए आवश्यक था।


जबरन दवाइयों का आरोप

फैसल ने पहले भी आमिर खान पर आरोप लगाया था कि उन्हें एक साल तक घर में बंद रखा गया और जबरन दवाइयां दी गईं। परिवार ने उस समय कहा था कि फैसल स्किजोफ्रेनिया से पीड़ित हैं। हालांकि, फैसल का कहना है कि यह सब उनके खिलाफ एक साजिश थी। आमिर और उनके परिवार ने उस समय कहा था कि फैसल सच्चाई को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं।