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मणिपुर में जबरन वसूली के आरोप में पांच उग्रवादी गिरफ्तार

मणिपुर में पुलिस ने पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है, जो विभिन्न क्षेत्रों से जबरन वसूली के आरोप में शामिल थे। इनमें से एक आरोपी पर स्कूलों से पैसे मांगने का आरोप है। पुलिस ने कई हथियार और अन्य सामग्री भी बरामद की हैं। पिछले सप्ताह भी तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। मणिपुर में जातीय हिंसा के चलते राष्ट्रपति शासन लागू है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

मणिपुर में उग्रवादियों की गिरफ्तारी


इंफाल: मणिपुर में पुलिस ने पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, ये गिरफ्तारियां शुक्रवार को थौबल, काकचिंग, इंफाल पश्चिम और टेंग्नौपाल जिलों से की गईं। इन पर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से जबरन वसूली करने का आरोप है।


अकोईजाम पर जबरन वसूली का मामला

पुलिस ने बताया कि यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी आफ कांगलीपाक (यूपीपीके) के एक सदस्य को काकचिंग जिले के लैंगमीडोंग मैनिंग लेइकाई से गिरफ्तार किया गया। उसकी पहचान अकोईजाम रॉबिन्सन (51) के रूप में हुई है। अधिकारियों का कहना है कि उस पर इंफाल में स्कूलों से पैसे की मांग करने का आरोप है।


अकोईजाम के पास से हथियार बरामद

अधिकारियों ने बताया कि अकोईजाम रॉबिन्सन के पास से एक .32 पिस्तौल जब्त की गई है। इसके अलावा, थौबल जिले के थौबल मेलाग्राउंड से प्रतिबंधित कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (नोयोन) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया।


अन्य सामग्री की बरामदगी

पुलिस ने कहा कि इंफाल पश्चिम जिले के लैंगोल गेम गांव से केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया। इम्फाल पूर्वी जिले के बरूनी हिल के खालोंग में एक अलग अभियान में सुरक्षा बलों ने कई उपकरण बरामद किए, जिनमें तीन वाहन, रेडियो सेट, और सौर चार्जर शामिल हैं।


पिछले सप्ताह की गिरफ्तारी

पिछले सप्ताह सुरक्षा बलों ने मणिपुर में दो प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां बिष्णुपुर, काकचिंग और इंफाल पश्चिम जिलों में की गईं।


मणिपुर में राष्ट्रपति शासन

दो साल पहले जातीय हिंसा के बाद से सुरक्षा बल मणिपुर में तलाशी अभियान चला रहे हैं। मई 2023 से मैतेई और कुकी-ज़ो समूहों के बीच हुई हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं। केंद्र ने 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया था।