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मोहनलाल ने 'दृश्यम-3' की शूटिंग का किया आगाज़

मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल ने अपनी चर्चित फिल्म 'दृश्यम-3' की शूटिंग का शुभारंभ किया है। 22 सितंबर को एक पूजा समारोह के साथ इसकी शुरुआत हुई, जिसमें निर्देशक जीतू जोसेफ और निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर भी शामिल हुए। मोहनलाल ने दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए नामांकित होने पर अपनी खुशी व्यक्त की। इस फिल्म में जॉर्जकुट्टी की भूमिका में उनकी वापसी ने दर्शकों में उत्सुकता बढ़ा दी है। जानें इस फिल्म के सस्पेंस और रोमांच के बारे में।
 

मोहनलाल की नई फिल्म 'दृश्यम-3' का शुभारंभ

प्रसिद्ध मलयालम अभिनेता मोहनलाल ने अपनी चर्चित फिल्म 'दृश्यम' की तीसरी कड़ी पर आधिकारिक रूप से काम शुरू कर दिया है। 22 सितंबर को एक पूजा समारोह के माध्यम से शूटिंग की शुरुआत की गई, जिसकी जानकारी अभिनेता ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की। इस अवसर पर निर्देशक जीतू जोसेफ, निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर और अन्य कई लोग केरल में आयोजित पूजा में शामिल हुए। जॉर्जकुट्टी के किरदार में उनकी वापसी ने प्रशंसकों और फिल्म उद्योग में काफी उत्साह पैदा किया है.


शूटिंग का उद्घाटन समारोह

मोहनलाल को हाल ही में दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है। शूटिंग के उद्घाटन समारोह में पारंपरिक दीप जलाने और पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में निर्देशक जीतू जोसेफ और निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर भी शामिल हुए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए, मोहनलाल ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने जाने पर अपनी खुशी व्यक्त की।


दृश्यम-3 का सस्पेंस और रोमांच

दृश्यम श्रृंखला के इस नए भाग में जॉर्जकुट्टी की भूमिका के बारे में मोहनलाल ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि जॉर्जकुट्टी कुछ समस्याएं उत्पन्न करेगा, लेकिन उन्होंने ज्यादा जानकारी साझा करने से मना किया। उन्होंने बताया कि सस्पेंस ही 'दृश्यम-3' का मुख्य आकर्षण है। शूटिंग के उद्घाटन समारोह के बाद, मोहनलाल दादा साहब फाल्के पुरस्कार ग्रहण करने के लिए नई दिल्ली जाएंगे.


दृश्यम श्रृंखला की सफलता

'दृश्यम-1' (2013) और 'दृश्यम-2' (2021) ने पूरे देश में सफलता हासिल की है और इनका रीमेक हिंदी, सिंहला, मंदारिन और कोरियाई जैसी कई भाषाओं में बनाया गया है। निर्देशक जीतू जोसेफ ने दर्शकों से अपेक्षा की है कि वे ज्यादा उम्मीदें नहीं, बल्कि जिज्ञासा लेकर आएं। यह फिल्म कोई थ्रिलर नहीं, बल्कि एक पारिवारिक ड्रामा है, जो पिछले चार वर्षों में जॉर्जकुट्टी के परिवार में आए परिवर्तनों पर केंद्रित है। निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर ने इसे एक अविस्मरणीय दिन बताया और मोहनलाल को पुरस्कार मिलने के तुरंत बाद 'दृश्यम-3' की शुरुआत के प्रतीकात्मक महत्व पर भी चर्चा की।