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यामी गौतम और इमरान हाशमी की फिल्म 'हक' का कोर्टरूम ड्रामा 7 नवंबर को रिलीज

यामी गौतम और इमरान हाशमी की नई फिल्म 'हक' 7 नवंबर को रिलीज होने वाली है। यह फिल्म एक महिला की अपने अधिकारों के लिए संघर्ष की कहानी है, जो 1980 के दशक के शाह बानो केस से प्रेरित है। सेंसर बोर्ड ने इसे बिना किसी कट के मंजूरी दी है, लेकिन रिलीज से पहले एक विवाद भी सामने आया है। जानें इस फिल्म के बारे में और इसके पीछे की कहानी।
 

यामी और इमरान की 'हक' को मिली सेंसर बोर्ड से मंजूरी


इस हफ्ते बॉलीवुड में एक प्रभावशाली कोर्टरूम ड्रामा 'हक' रिलीज होने जा रहा है। जंगली पिक्चर्स द्वारा निर्मित इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से बिना किसी कट के हरी झंडी मिल गई है।


भारत में इसे CBFC द्वारा UA 13+ सर्टिफिकेट दिया गया है, जबकि UAE, UK, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के सेंसर बोर्ड ने इसे PG या PG15 रेटिंग दी है। ट्रेड एनालिस्ट ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि जब कहानी सच्चाई पर आधारित होती है, तो कोई कट नहीं लगता।


फिल्म की कहानी और पात्र

फिल्म 7 नवंबर को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। 'हक' 1980 के दशक की एक वास्तविक घटना, शाह बानो केस, से प्रेरित है। यह एक महिला की अपने अधिकारों के लिए संघर्ष को दर्शाती है। यामी गौतम ने शाजिया बानो का किरदार निभाया है, जो अपने पति अब्बास (इमरान हाशमी) द्वारा दूसरी शादी के बाद बच्चों के भत्ते को रोकने के खिलाफ अदालत में जाती है। यह मामला महिलाओं के अधिकारों, धर्म, यूनिफॉर्म सिविल कोड और जेंडर समानता जैसे मुद्दों पर राष्ट्रीय बहस को जन्म देता है.



निर्देशक सुपर्ण एस वर्मा ने इसे संतुलित तरीके से प्रस्तुत किया है, जिसमें दोनों पक्षों की बातें शामिल हैं। इमरान हाशमी एक बुद्धिमान वकील की भूमिका में हैं, जो नैतिक दुविधाओं का सामना करते हैं। यामी गौतम की अदाकारी की काफी सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि यह भूमिका उनके लिए चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन महिलाओं की आवाज उठाने का एक अवसर मिला। फिल्म में शीबा चड्ढा, डीजे फ्लूक, डेनिश हुसैन, राहुल मित्रा और वर्तिका सिंह जैसे कलाकार भी शामिल हैं।


रिलीज से पहले की विवादित स्थिति

इस फिल्म का निर्माण बावेजा स्टूडियोज, जंगली पिक्चर्स, इंसोम्निया फिल्म्स और डीजे फ्लूक प्रोडक्शन द्वारा किया गया है। रेशु नाथ ने इसकी स्क्रिप्ट लिखी है। ट्रेलर लॉन्च के दौरान इमरान ने कहा कि फिल्म संवेदनशील विषयों को छूती है, लेकिन इसमें भावनात्मक गहराई भी है। यामी ने इसे हर उस महिला की कहानी बताया है जो अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करती है। हालांकि, रिलीज से पहले एक विवाद भी उत्पन्न हुआ है। शाह बानो की बेटी सिद्दीक़ा बेगम ने फिल्म निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि फिल्म उनकी मां की जिंदगी को बिना अनुमति दिखा रही है।