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योगी आदित्यनाथ की प्रेरणादायक कहानी: 'अजेय' फिल्म ने दर्शकों का दिल जीता

फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ अ योगी' ने योगी आदित्यनाथ के जीवन की प्रेरणादायक कहानी को पर्दे पर जीवंत किया है। यह फिल्म दर्शकों को उनके संघर्ष, तप और बलिदान की गहराई में ले जाती है। रिलीज के बाद से ही इसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है, और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा जोरों पर है। जानें इस फिल्म की कहानी, कलाकारों की शानदार प्रस्तुति और बॉक्स ऑफिस पर इसकी सफलता के बारे में।
 

फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ अ योगी'

Ajey The Untold Story Of A Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म 'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ अ योगी' शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। यह फिल्म उन दर्शकों के लिए एक जरूरी देखने की चीज है जो बायोपिक्स, राजनीतिक कहानियों और स्वाभाविक अभिनय के शौकीन हैं। फिल्म ने योगी आदित्यनाथ के जीवन के उतार-चढ़ाव को बड़े ही प्रभावशाली तरीके से दर्शाया है।


फिल्म की रिलीज के तुरंत बाद इसे दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दर्शक फिल्म के दौरान 'योगी बाबा जिंदाबाद' के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। एक यूजर ने वीडियो साझा करते हुए लिखा, "यह फिल्म केवल एक कहानी नहीं है, बल्कि योगी जी के तप, त्याग और बलिदान का जीवंत प्रमाण है। हर हिंदू भाई-बहन से अनुरोध है कि इसे अवश्य देखें।"




फिल्म की कहानी

'अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ अ योगी' के निर्देशक रविंद्र गौतम ने इस फिल्म में योगी आदित्यनाथ के जीवन के विभिन्न पहलुओं को जीवंत तरीके से प्रस्तुत किया है। फिल्म की कहानी हिमालय के एक छोटे से गांव से निकलकर राजनीति की ऊँचाइयों तक पहुँचने वाले 'अजय सिंह बिष्ट' की यात्रा को दर्शाती है।


कहानी की शुरुआत अजय के गांव में बस चलाने से होती है, और यह दिखाती है कि कैसे स्थानीय विवादों के कारण उनके पिता ने उन्हें उच्च शिक्षा के लिए भेजा। कॉलेज की राजनीति ने उन्हें निराश किया, जिसके बाद वे आध्यात्म की ओर आकर्षित हुए।


किशोरावस्था में अजय ने घर छोड़कर गोरखनाथ मठ का रुख किया, जो महंत अवैद्यनाथ का आश्रम है। महंत अवैद्यनाथ के मार्गदर्शन में उन्होंने सन्यास का जीवन अपनाया और अपना नाम 'योगी आदित्यनाथ' रखा। इस समय में उन्होंने अपने जीवन के उच्च उद्देश्य को समझा और आध्यात्मिक अनुशासन को अपनाया।


फिल्म के दूसरे भाग में अजय के राजनीति में कदम रखने की कहानी दिखाई गई है। उन्होंने समाज और राजनीति के मुद्दों पर सक्रियता दिखाई, अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और धीरे-धीरे जनता के बीच लोकप्रिय हो गए। इसके बाद वे गोरखपुर से सांसद बने और अंततः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।


कलाकारों की शानदार प्रस्तुति

अजय के किरदार में अनंत जोशी ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी भाव-भंगिमाओं ने फिल्म में गहराई और भावनाओं को जीवंत किया। इसके अलावा, परेश रावल, दिनेश लाल यादव, सरवर आहूजा, अजय मेंगी, पवन मल्होत्रा, गरिमा विक्रांत सिंह और राजेश खत्रा ने भी अपने किरदारों में बेहतरीन प्रदर्शन किया।


फिल्म की सरलता और भावनात्मक प्रस्तुति इसे दर्शकों के लिए एक अनोखा अनुभव बनाती है। हालांकि, पहले दो दिनों की बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म ने क्रमशः ₹0.25 करोड़ और ₹0.35 करोड़ की कमाई की।