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रजनीकांत का बॉलीवुड में प्रवेश: अमिताभ बच्चन का महत्वपूर्ण योगदान

रजनीकांत, जो साउथ और हिंदी सिनेमा के दिग्गज हैं, ने हाल ही में अपनी फिल्म 'कुली' के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया। इस फिल्म ने कई बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए शानदार ओपनिंग की। रजनीकांत ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत 'अंधा कानून' से की, जिसमें उन्हें अमिताभ बच्चन का समर्थन मिला। जानें कैसे अमिताभ ने रजनीकांत को बॉलीवुड में ब्रेक दिलाने में मदद की और दोनों ने 33 साल बाद फिर से एक साथ काम किया।
 

रजनीकांत की सफलता की कहानी

रजनीकांत, जो साउथ और हिंदी सिनेमा में एक प्रमुख नाम हैं, ने हाल ही में अपनी फिल्म 'कुली' के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया। इस फिल्म ने कई बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ते हुए शानदार ओपनिंग की। 74 वर्ष की आयु में भी, रजनीकांत ने अपनी फिल्म के साथ एक नई ऊंचाई हासिल की है। 'कुली' इस वर्ष की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक बन गई है। रजनीकांत का योगदान न केवल साउथ सिनेमा में, बल्कि हिंदी सिनेमा में भी महत्वपूर्ण रहा है।


अमिताभ बच्चन का योगदान

रजनीकांत ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत फिल्म 'अंधा कानून' से की थी, जिसमें वे अमिताभ बच्चन के साथ नजर आए थे। इस फिल्म में उन्हें ब्रेक अमिताभ बच्चन की मदद से मिला था। 'वेट्टैयां' के ऑडियो लॉन्च के दौरान, रजनीकांत ने इस किस्से को साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि अमिताभ बच्चन ने उन्हें बॉलीवुड में मौका दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


बॉलीवुड में रजनीकांत का ब्रेक

रजनीकांत ने बताया कि 'अंधा कानून' पहले मिथुन चक्रवर्ती को ऑफर की गई थी, लेकिन अमिताभ बच्चन ने डायरेक्टर को रजनीकांत का नाम सुझाया। अमिताभ ने मेकर्स से वादा किया कि यदि रजनीकांत को कास्ट किया गया, तो वे फिल्म में गेस्ट अपीरियंस देंगे। इस तरह, रजनीकांत का बॉलीवुड में प्रवेश हुआ।


33 साल बाद फिर से साथ

1983 में रिलीज हुई 'अंधा कानून' बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी, जिसमें रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी और रीना रॉय ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। इसके बाद, दोनों ने 'गिरफ्तार' और 'हम' जैसी फिल्मों में भी साथ काम किया। 33 साल बाद, रजनीकांत और अमिताभ बच्चन 'वेट्टैयां' में फिर से एक साथ नजर आए, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया।