रणवीर सिंह की धुरंधर: एक नई स्पाई-एक्शन फिल्म की शानदार वापसी
धुरंधर: फिल्म की झलक
दो साल के लंबे इंतज़ार के बाद, रणवीर सिंह इस दिसंबर में फिल्म इंडस्ट्री में अपने 15 साल पूरे कर रहे हैं। वह आदित्य धर की स्पाई-एक्शन फिल्म 'धुरंधर' के साथ बड़े पर्दे पर लौट रहे हैं। फिल्म का ट्रेलर और प्रोमो पहले ही सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुके हैं। इस फिल्म में संजय दत्त, अक्षय खन्ना, आर माधवन, अर्जुन रामपाल, सारा अर्जुन और राकेश बेदी जैसे कलाकार शामिल हैं। मेकर्स ने जानबूझकर कहानी को छिपाकर रखा है ताकि दर्शक इसे थिएटर में पहली बार अनुभव कर सकें। ट्रेलर से यह स्पष्ट होता है कि फिल्म असल ज़िंदगी की घटनाओं, भू-राजनीतिक तनाव और RAW के खुफिया ऑपरेशंस से प्रेरित है। 'यह नया भारत है - यह पलटवार करेगा और बदला लेगा' - यही धुरंधर की भावना को दर्शाता है।
धुरंधर: कहानी का सार
फिल्म की कहानी 1999 के कंधार हाईजैकिंग से शुरू होती है, जहां IB चीफ अजय सान्याल (आर माधवन) कड़ा जवाब देने के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकारी मजबूरियाँ उन्हें रोक देती हैं। इसके बाद आतंकवादी भारत में घुसपैठ करते हैं और 2002 का संसद हमला करते हैं। इसी समय, सरकार अजय के प्लान 'धुरंधर' को लागू करती है।
कहानी हमजा (रणवीर सिंह) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अफगानिस्तान से पाकिस्तान जाता है और रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) के गैंग में शामिल होता है। एक शादी के दौरान, हमजा रहमान के बेटे को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालता है, जिससे रहमान उसे अपने गैंग में शामिल कर लेता है।
गैंग के अंदर, हमजा यामाली (राकेश बेदी) की बेटी येलीना (सारा अर्जुन) से मिलता है और अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए उसके इमोशन्स का फायदा उठाता है। एक असाइनमेंट के दौरान, वह रहमान के साथ ISI चीफ मेजर इकबाल (अर्जुन रामपाल) से मिलता है, जो 26/11 के हमले को अंजाम देता है।
धुरंधर: अद्भुत प्रदर्शन
धुरंधर की कास्टिंग इतनी प्रभावशाली है कि हर अभिनेता अपनी भूमिका में बेहतरीन प्रदर्शन करता है। रणवीर सिंह ने अपने किरदार को पूरी तरह से जीया है, और उनकी परफॉर्मेंस की तारीफ किए बिना रहना मुश्किल है।
अक्षय खन्ना भी अपने संवादों को इतनी सटीकता से बोलते हैं कि दर्शकों की नजरें उनसे हटाना मुश्किल हो जाती हैं। अर्जुन रामपाल और संजय दत्त ने भी अपने किरदारों के साथ पूरा न्याय किया है।
आर माधवन ने भारतीय इंटेलिजेंस ऑफिसर का रोल पूरी ईमानदारी से निभाया है। छोटे रोल करने वाले एक्टर भी अपनी जगह पर बेहतरीन हैं। कुल मिलाकर, हर कलाकार ने अपनी एक मजबूत छाप छोड़ी है।
धुरंधर: संगीत और प्रभाव
धुरंधर का बैकग्राउंड स्कोर इसकी जान है। यह सिर्फ़ संगीत नहीं है, बल्कि एक गूंजती हुई युद्ध की पुकार जैसा लगता है। बैकग्राउंड स्कोर हर सीन को और भी प्रभावशाली बनाता है।
80 और 90 के दशक के गानों का एक नए तरीके से इस्तेमाल किया गया है, जो दर्शकों का एड्रेनालाईन बढ़ा देता है।
क्या आपको धुरंधर देखने जाना चाहिए?
आदित्य धर के B62 बैनर और जियो स्टूडियोज़ के तहत बनी धुरंधर एक हाई-एड्रेनालाईन देशभक्ति एक्शन फ़िल्म है। यह फ़िल्म आतंकवाद और पाकिस्तान के राजनीतिक माहौल को भी दर्शाती है।
यदि आप फ़िल्म की लंबाई और ग्राफ़िक हिंसा से परेशान नहीं हैं, तो धुरंधर बड़े पर्दे पर देखने लायक है।