रानी मुखर्जी ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर किया देश का मान बढ़ाना
रानी मुखर्जी का राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में जादुई क्षण
रानी मुखर्जी ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता: रानी मुखर्जी ने अपनी फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए पहला राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया, जिससे उन्होंने देश का नाम रोशन किया। 24 सितंबर को दिल्ली में आयोजित 71वें राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में रानी ने साड़ी पहनकर बेहद आकर्षक और शाही अंदाज में भाग लिया। इस विशेष अवसर पर उन्होंने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए इस उपलब्धि को अपने दिवंगत पिता को समर्पित किया।
रानी ने भावुक होते हुए कहा, '30 साल के अपने अभिनय करियर में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार पाकर मैं अभिभूत हूं। यह सम्मान मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मैं इसे अपने पिता को समर्पित करती हूं, जिन्होंने मेरे लिए इस पल का सपना देखा था। आज मैं उन्हें बहुत याद कर रही हूं। उनके आशीर्वाद और मेरी मां की निरंतर प्रेरणा ने मुझे मिसेज चटर्जी की भूमिका निभाने में मार्गदर्शन दिया।' उन्होंने अपने प्रशंसकों, सह-कलाकारों और पूरी टीम का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग ने इस फिल्म को इतना खास बनाया।
'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' एक मां की प्रेरणादायक कहानी है, जो अपने बच्चों की हिरासत के लिए नॉर्वे की व्यवस्था से संघर्ष करती है। यह फिल्म मातृत्व की भावना और प्रवासी माताओं की दृढ़ता को समर्पित है। रानी का किरदार एक ऐसी मां का है, जो अपने बच्चों के लिए हर चुनौती का सामना करती है। उनके अभिनय ने न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि राष्ट्रीय पुरस्कार जूरी को भी प्रभावित किया।
एक सम्मान से अधिक, विश्वास का प्रतीक
समारोह में रानी की खुशी और गर्व स्पष्ट था। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि उस विश्वास का प्रतीक है, जो दर्शकों और फिल्म उद्योग ने उन पर दिखाया है। रानी ने अपने करियर में कई यादगार किरदार निभाए हैं, लेकिन इस फिल्म में उनकी भूमिका को विशेष रूप से सराहा गया।