शाहरुख खान को 'जवान' के लिए मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, मोहनलाल को दादा साहब फाल्के सम्मान
शाहरुख खान का पुरस्कार समारोह में स्वागत
शाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए एक खुशी का पल आ गया है। उनकी हालिया फिल्म "जवान" को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिलने जा रहा है। इस खबर ने न केवल उनके फैंस को, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री को उत्साहित कर दिया है। फिल्म "जवान" ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़े हैं और दुनियाभर में शानदार कमाई की है। शाहरुख ने इस फिल्म में दोहरी भूमिका निभाई, जिससे उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके अभिनय, एक्शन और भावनाओं ने यह साबित कर दिया कि वह केवल रोमांस के बादशाह नहीं हैं, बल्कि हर किरदार में जान डालने वाले एक सच्चे सुपरस्टार हैं।
मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार
भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मोहनलाल को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उनके जीवनभर के योगदान को मान्यता देता है। मोहनलाल, जो मलयालम सिनेमा के सबसे महान अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं, ने चार दशकों में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है। उनके अभिनय की विविधता कॉमेडी से लेकर थ्रिलर और गंभीर भूमिकाओं तक फैली हुई है। उन्होंने न केवल मलयालम फिल्मों में, बल्कि तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।
राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित शाहरुख और रानी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शाहरुख खान को "जवान" में उनके उत्कृष्ट अभिनय के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर शाहरुख के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। जैसे ही वह मंच पर आए, दर्शकों ने जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया। रानी मुखर्जी को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का 71वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें "मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे" में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए यह सम्मान मिला।
अन्य पुरस्कार विजेता
इसके अलावा, अभिनेता विक्रांत मैसी को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। उन्होंने "12वीं फेल" में अपने अभिनय के लिए यह पुरस्कार जीता। विधु विनोद चोपड़ा को भी इसी फिल्म के लिए सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में शाहरुख खान और रानी मुखर्जी एक साथ बैठे हुए नजर आए। शाहरुख ने काले रंग का लुक अपनाया, जबकि रानी भूरे रंग की साड़ी में बेहद खूबसूरत लग रही थीं।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2025 की मुख्य श्रेणियाँ
मुख्य कैटेगरी
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म - जैकफ्रूट: ए जैकफ्रूट मिस्ट्री
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म - 12वीं फेल
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता - शाहरुख खान (जवान) और विक्रांत मैसी (12वीं फेल)
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री - रानी मुखर्जी (मिसेज चटर्जी बनाम नॉर्वे)
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार - मोहनलाल
सर्वश्रेष्ठ निर्देशन - द केरला स्टोरी (सुदीप्तो सेन)
सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म - रॉकी और रानी की प्रेम कहानी
क्षेत्रीय फिल्म पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म - भगवंत केशरी
सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म - वाश
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म - पार्किंग
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म - द रे ऑफ होप
तकनीकी एवं अन्य श्रेणियाँ
सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्वगायिका - शिल्पा राव (चालेया - जवान)
सर्वश्रेष्ठ पुरुष गायक - प्रेमिश्थुन्ना (बेबी, तेलुगु)
सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी - द केरला स्टोरी
सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी - रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (ढिंडोरा बाजे)
सर्वश्रेष्ठ मेकअप और कॉस्ट्यूम डिज़ाइन - सैम बहादुर
विशेष उल्लेख - एनिमल (री-रिकॉर्डिंग मिक्सर - एम.आर. राधाकृष्णन)
सर्वश्रेष्ठ ध्वनि डिज़ाइन - एनिमल (हिंदी)
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक - उत्पल दत्ता (असम)
सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन - हनुमान (तेलुगु)
सर्वश्रेष्ठ गीतकार - बलगाम (द ग्रुप) (तेलुगु)
गैर-फ़ीचर फ़िल्म श्रेणी
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक - उत्पल दत्ता
सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र - गॉड, वल्चर एंड ह्यूमन
सर्वश्रेष्ठ पटकथा - सनफ्लावर्स वेयर द फर्स्ट वन टू नो (कन्नड़)
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म - नेकल: क्रॉनिकल ऑफ़ द पैडी मैन (मलयालम), द सी एंड सेवन विलेजेज़ (उड़िया)
सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन - द फर्स्ट फ़िल्म (हिंदी)
सर्वश्रेष्ठ संपादन - मूवी फ़ोकस (अंग्रेज़ी)