संसद का मॉनसून सत्र: विपक्ष का हंगामा और ऑपरेशन सिंदूर पर बहस
संसद का मॉनसून सत्र शुरू
संसद का मॉनसून सत्र: आज, 21 जुलाई, 2025 से संसद का मॉनसून सत्र आरंभ हो गया है। जैसे ही सत्र की शुरुआत हुई, विपक्ष ने सदन में हंगामा खड़ा कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली।
जेपी नड्डा का विपक्ष पर हमला
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने इस दौरान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर तीखा हमला किया। उन्होंने पहले खरगे को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और फिर उन पर पलटवार किया।
हंगामे के बीच नड्डा ने विपक्ष को निशाना बनाते हुए कहा, "तर्क में अपनी ताकत होती है, चिल्लाने की आवश्यकता नहीं होती।" यह टिप्पणी उन्होंने उस समय की जब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम की घटनाओं पर चर्चा कर रहे थे।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
आजादी के बाद का सबसे बड़ा ऑपरेशन - जे. पी. नड्डा
विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के सभी पहलुओं को देश और दुनिया के सामने लाया जाएगा, लेकिन सुरक्षा कारणों से वह सदन में इसके विवरण में नहीं जा सकते। उन्होंने इसे आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा और प्रभावी ऑपरेशन बताया। नड्डा ने कहा, "पीएम मोदी के नेतृत्व में ऐसा ऑपरेशन हुआ है जो आज़ादी के बाद कभी नहीं देखा गया।" उन्होंने विपक्ष को यह संदेश भी दिया कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, बशर्ते विपक्ष सार्थक बातचीत के लिए तैयार हो।
राजनाथ सिंह का संदेश
चर्चा के लिए तैयार, विषय कोई भी हो - राजनाथ सिंह
मोदी सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर सदन में हो रहे हंगामे को संभाला और विपक्ष को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि सरकार लोकतांत्रिक परंपराओं और संवाद की भावना के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, "हम चर्चा के लिए तैयार हैं। विषय चाहे जो भी हो, जितनी देर तक चर्चा करनी हो, हमें बताएँ, हम चर्चा के लिए तैयार हैं।" राजनाथ सिंह ने विपक्ष को आश्वस्त किया कि सरकार किसी भी मुद्दे को टालना नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष सकारात्मक भावना से चर्चा करना चाहता है, तो सरकार हर विषय पर गंभीरता से चर्चा के लिए तैयार है।