समाजवादी पार्टी ने भाजपा विधायक केतकी सिंह को भेजा कानूनी नोटिस
केतकी सिंह की मुश्किलें बढ़ीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी की विधायक केतकी सिंह की समस्याएं बढ़ सकती हैं। समाजवादी पार्टी ने उनके हालिया बयान के चलते उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस सपा की अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील कृष्ण कन्हैया पाल द्वारा जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि 3 सितंबर को, लगभग 1:30 बजे, जब वे अपने दोस्तों और सहकर्मियों के साथ यूट्यूब देख रहे थे, तब उन्हें एक वीडियो मिला जिसमें केतकी सिंह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं। इस दौरान एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने अपमानजनक टिप्पणी की।
नोटिस में उल्लेख किया गया है कि पत्रकार ने उनसे पूछा था कि अखिलेश यादव बिहार चुनाव प्रचार में गए थे, लेकिन वहां कोई उम्मीदवार नहीं था। इस पर केतकी सिंह ने जवाब दिया कि शायद उन्हें अपने एसी कमरे में बैठकर ऐसा लगा होगा कि वे भी घूमने आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले यूपी की जनता को वे टोटियां लौटाएं जो उन्होंने मुख्यमंत्री आवास से ले गई थीं।
‘आपने दुर्भावनापूर्ण रूप से आरोप लगाया कि ...’
नोटिस में कहा गया है कि उनके उत्तर से स्पष्ट होता है कि उन्होंने जानबूझकर अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर टोटियों की चोरी का आरोप लगाया। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस एक सम्मानित व्यक्ति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, जिसे टीवी9 समाचार चैनल ने प्रसारित किया। उनकी टिप्पणी झूठी और अपमानजनक है।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि समाजवादी पार्टी भारत की तीसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, जिसके 37 सांसद हैं। कृष्ण पाल सिंह ने कहा कि उन्हें इस अपमानजनक वीडियो को देखकर गहरा दुःख हुआ है।
‘या तो माफी मांगें या 5 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगने को बाध्य ...’
कृष्ण पाल सिंह ने नोटिस में कहा है कि वे चाहते हैं कि केतकी सिंह अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के पक्ष में बिना शर्त माफी मांगें, जिसे 15 दिनों के भीतर प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाए। ऐसा न करने पर, उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जाएगा, जिसमें कम से कम 5 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा जाएगा।