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साइबर सुरक्षा: 9 खतरनाक ऐप्स जिन्हें तुरंत करें अनइंस्टॉल

हाल के वर्षों में साइबर अपराधों में वृद्धि के चलते, एक नई रिपोर्ट में 20 खतरनाक ऐप्स का खुलासा हुआ है जो उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को चुरा रहे हैं। इनमें से 9 ऐप्स को तुरंत अनइंस्टॉल करने की सलाह दी गई है। ये ऐप्स न केवल आपकी प्राइवेसी को खतरे में डालते हैं, बल्कि आपके बैंक खातों के लिए भी गंभीर खतरा बन सकते हैं। जानें कि ये ऐप्स कैसे काम करते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है।
 

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हाल के वर्षों में साइबर अपराधों की घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इनसे निपटने के लिए सरकार और तकनीकी कंपनियां विभिन्न दिशानिर्देश जारी कर रही हैं। यह जानकारी सभी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि लापरवाही से व्यक्तिगत जानकारी लीक हो सकती है, और यहां तक कि बैंक खाते भी खाली हो सकते हैं। साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। एक हालिया अध्ययन में कुछ खतरनाक ऐप्स का पता चला है जो मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।


खतरनाक ऐप्स का खुलासा

साइबल रिसर्च एंड इंटेलिजेंस लैब्स (CRIL) ने अपनी एक रिपोर्ट में 20 ऐसे ऐप्स का खुलासा किया है जो उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा को चुरा रहे हैं। इन ऐप्स के कारण उपयोगकर्ताओं की प्राइवेसी को खतरा हो सकता है। रिपोर्ट के साथ ही इन ऐप्स को फोन से हटाने की सलाह दी गई है।


कौन से ऐप्स हैं खतरनाक?

CRIL के अनुसार, ये 20 ऐप्स उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा और प्राइवेसी के लिए गंभीर खतरा हैं। इनमें से कई ऐप्स, जैसे कि मलिशियस क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट ऐप्स, सक्रिय फिशिंग स्कैम का हिस्सा हैं और लोगों का डेटा चुरा रहे हैं। ये ऐप्स बैंक खातों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।


इन 9 ऐप्स को तुरंत करें अनइंस्टॉल


  1. Suiet Wallet

  2. Hyperliquid

  3. Pancake Swap

  4. Meteora Exchange

  5. OpenOcean Exchange

  6. Harvest Finance blog

  7. BullX Crypto

  8. SushiSwap

  9. Raydium


यूजर्स के लिए खतरे की वजह

इन ऐप्स को डाउनलोड करने के बाद, उपयोगकर्ताओं को 12 अंग्रेजी शब्दों को दर्ज करने के लिए कहा जाता है, जो रिकवरी के लिए आवश्यक होते हैं। हैकर्स इस जानकारी का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं के वॉलेट तक पहुंच सकते हैं। आमतौर पर, वीडियो टूल्स या गेमिंग ऐप्स के माध्यम से हैकर्स फोन का एक्सेस प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी में URL छिपा होता है, और जब उपयोगकर्ता ऐप डाउनलोड करते हैं, तो हैकर्स उनके खातों तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। यदि आपके फोन में ऐसे ऐप्स हैं, तो तुरंत उन्हें हटा दें और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।