सोनू निगम का 52वां जन्मदिन: संगीत की दुनिया में उनकी यात्रा
सोनू निगम का जन्मदिन विशेष:
30 जुलाई 2025 को सोनू निगम अपना 52वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। 90 के दशक से संगीत प्रेमियों के दिलों में राज करने वाले इस गायक का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ। सोनू ने अपने पिता अगम कुमार निगम से गाने की कला विरासत में पाई, जो शादी समारोहों और मंचों पर गाया करते थे। केवल 4 साल की उम्र में सोनू ने गाना शुरू कर दिया और 18 साल की उम्र में अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपने पिता के साथ मुंबई आए। यहां उन्होंने उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान जैसे महान हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक से प्रशिक्षण लिया, जिसने उनकी आवाज को और निखारा।
संगीत करियर की शुरुआत
सोनू निगम ने अपने करियर की शुरुआत 1990 में फिल्म 'जानम' के लिए गाने से की, लेकिन यह फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। इसके बाद 1992 में डीडी1 के धारावाहिक 'तलाश' के गाने 'हम तो छैला बन गए' से उन्हें पहली बार दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। 1993 में फिल्म 'आजा मेरी जान' का गाना 'ओ आसमानवाले' उनका पहला रिलीज हुआ फिल्मी गाना था। हालांकि, शुरुआती असफलताओं ने उन्हें निराश नहीं किया और उन्होंने लगातार मेहनत की।
'सा रे गा मा' और 'बेवफा सनम' से मिली पहचान
सोनू निगम के करियर में असली मोड़ तब आया जब 1995 में उन्हें 'सा रे गा मा' शो होस्ट करने का अवसर मिला। इस शो ने उन्हें घर-घर में प्रसिद्ध बना दिया। इसी दौरान उनकी मुलाकात टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार से हुई, जिन्होंने उनकी आवाज से प्रभावित होकर उन्हें फिल्म 'बेवफा सनम' में गाने का मौका दिया। गाना 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का' सुपरहिट हुआ और सोनू निगम रातोंरात स्टार बन गए। उनकी आवाज शाहरुख खान और आमिर खान जैसे सितारों के लिए आदर्श मानी जाने लगी।
गाने के दौरान खून से लथपथ
सोनू निगम की प्रतिभा का एक अनोखा किस्सा 1997 की फिल्म 'परदेस' के गाने 'ये दिल दीवाना' से जुड़ा है, जिसे शाहरुख खान पर फिल्माया गया था। इस गाने को रिकॉर्ड करने से पहले निर्देशक सुभाष घई ने सोनू से कहा, 'सोनू, तुम्हें यह गाना इतनी पीड़ा से गाना है कि तुम्हारे गले से खून निकल आए।' सोनू ने इस सलाह को गंभीरता से लिया और गाना रिकॉर्ड करते समय उनके गले से सचमुच खून निकल आया। सुभाष घई ने बाद में एक सिंगिंग रियलिटी शो में इस घटना का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने बताया कि सोनू ने उनके सामने खून दिखाया था। इस गाने ने सोनू की भावनात्मक गायकी को अमर कर दिया।