सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि: जानें कारण और वर्तमान स्थिति
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि
चालू वित्त वर्ष में सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि
भारतीय संस्कृति में सोने और चांदी के प्रति लोगों का आकर्षण सदियों पुराना है। यही कारण है कि इन धातुओं की मांग हमेशा बनी रहती है। त्योहारी सीजन के दौरान, विशेषकर नवरात्रि के समय, इनकी बिक्री में वृद्धि होती है। 22 सितंबर से नवरात्र का आरंभ होने के साथ, सोने और चांदी के आभूषणों की खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में और भी वृद्धि हो सकती है।
सोमवार को सोने और चांदी की कीमतें
सोमवार को भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई। दिल्ली में सोने की कीमत 2,200 रुपये बढ़कर 1,16,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 2,150 रुपये बढ़कर 1,15,650 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। चांदी की कीमत भी 4,380 रुपये की वृद्धि के साथ 1,36,380 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
इस वित्त वर्ष में रिटर्न
इस वर्ष की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में 47.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 31 दिसंबर, 2024 को 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 37,250 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। इसी तरह, चांदी की कीमतें 52.04 प्रतिशत बढ़कर 46,680 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं।
सोने की कीमतों में वृद्धि के कारण
अमेरिका की नॉनफार्म पेरोल्स रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त में नौकरियों की संख्या में कमी आई है और बेरोजगारी दर 2021 के बाद सबसे अधिक हो गई है। इससे यह संकेत मिलता है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था में श्रम बाजार की स्थिति खराब हो रही है। इसके अलावा, कई बड़े बैंक सोने की खरीदारी कर रहे हैं, जिसमें चीन का सेंट्रल बैंक भी शामिल है, जिसने लगातार 10 महीनों से सोना खरीदा है। हालांकि, बढ़ती कीमतों के कारण उसकी खरीदारी में कमी आई है।