सोशल मीडिया पर अश्लील AI वीडियो का बढ़ता चलन
AI वीडियो: एक नई समस्या
AI Videos: आजकल सोशल मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस द्वारा निर्मित कंटेंट की भरमार है। ये वीडियो दर्शकों को आकर्षित करते हैं, लेकिन इनमें अश्लीलता की मात्रा बढ़ती जा रही है। आपने ऐसे कई वीडियो देखे होंगे जिनमें महिलाएं बिकिनी पहनकर घूमती हैं या बुजुर्ग महिलाएं आपत्तिजनक बातें करती हैं। कुछ पॉडकास्ट वीडियो भी हैं जिनमें महिलाएं सेक्स और शारीरिक आकर्षण पर चर्चा करती हैं।
ऐसा क्यों हो रहा है?
सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो का वायरल होना अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है। कंटेंट क्रिएटर्स ने अपने पेज पर व्यूज और इंगेजमेंट बढ़ाने के लिए AI वीडियो बनाने का सरल तरीका अपनाया है। ये वीडियो मिनटों में तैयार हो जाते हैं और इसके लिए किसी टीम की आवश्यकता नहीं होती।
सूचना मंत्रालय की कार्रवाई
ऐसे वीडियो बनाने वाले चैनलों पर सूचना मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई की है और कई चैनल और अकाउंट्स को बैन किया है। रिपोर्ट के अनुसार, वल्गर वीडियो इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर तेजी से फैल रहे हैं। आम क्रिएटर्स के लिए पैसे कमाने का यह सबसे आसान तरीका बन गया है।
बैन किए गए अकाउंट्स और ऐप्स
अश्लील वीडियो बनाने वाले लगभग 43 ऑनलाइन ऐप्स और 2 दर्जन से अधिक इंस्टाग्राम और यूट्यूब चैनल्स को बैन किया गया है। ये सभी चैनल गंदे कंटेंट का वितरण कर रहे थे, जिसमें सेक्स और प्राइवेट पार्ट्स से संबंधित बातें शामिल थीं।
उम्र का अंतर और व्यूज
इन वीडियो में एक और चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें युवा और बुजुर्ग दोनों पात्र होते हैं। कई बार नाबालिग लड़कियों को भी शामिल किया जाता है, जो आपत्तिजनक बातें करती हैं।
अश्लील वीडियो का व्यूज का खेल
इन वीडियो के माध्यम से पेज पर व्यूज जल्दी मिलते हैं, इसलिए कई क्रिएटर्स ने अश्लीलता को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। कुछ वीडियो में अश्लील कहानी और दृश्य होते हैं, जो पब्लिक प्लेस में भी होते हैं।
भारतीय क्रिएटर्स की बढ़ती संख्या
AI द्वारा बनाए गए वीडियो के क्रिएटर्स में भारतीय सबसे आगे हैं। इन वीडियो के व्यूज भी भारत में सबसे अधिक हैं। इनका मुख्य उद्देश्य केवल इंगेजमेंट बढ़ाना नहीं, बल्कि पैसे कमाना भी है। कई क्रिएटर्स ने अपने पेज को प्रीमियम बना दिया है, जहां वीडियो देखने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।