हिंदी सिनेमा के दिग्गज धर्मेंद्र का निधन, फैंस में शोक की लहर
धर्मेंद्र का निधन
मुंबई: प्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र, जिन्हें 'ही-मैन' के नाम से जाना जाता है, का निधन हो गया है। उनकी उम्र 89 वर्ष थी। लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझने के बाद उन्हें हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज उन्होंने अंतिम सांस ली, जिससे बॉलीवुड और उनके प्रशंसकों में गहरा शोक छा गया है।
89 वर्ष की आयु में भी उनकी लोकप्रियता और प्रभाव कम नहीं हुआ था। उनके द्वारा निभाए गए किरदार, संवाद और अदाकारी ने हिंदी सिनेमा में एक विशेष स्थान बनाया है। उनके कई यादगार संवाद आज भी लोगों की जुबान पर हैं। धर्मेंद्र की आवाज में बोले गए संवाद दर्शकों के दिलों में गहराई से बस गए हैं, और यही कारण है कि उन्हें असली हीरो का दर्जा प्राप्त हुआ।
धर्मेंद्र के यादगार संवाद
धर्मेंद्र के बेस्ट डायलॉग:
- फिल्म शोले में उनका प्रसिद्ध संवाद 'बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना' आज भी सबसे प्रभावशाली डायलॉग्स में गिना जाता है।
- इसी फिल्म का एक और दमदार संवाद 'एक एक को चुन चुन के मारूंगा' दर्शकों के दिलों में आज भी बसा हुआ है।
- यादों की बारात में उनका संवाद 'कुत्ते कमीने मैं तेरा खून पी जाऊंगा' उनकी आक्रामक छवि का प्रतीक बन गया था।
- धरम वीर में बोला गया संवाद 'अगर तकदीर में मौत लिखी है तो कोई बचा नहीं सकता, अगर जिंदगी लिखी है तो कोई माई का लाल मार नहीं सकता' धर्मेंद्र की जोरदार स्क्रीन प्रजेंस का उदाहरण है।
- गुलामी में उनका संवाद 'कभी जमीन से बात की है ठाकुर? ये जमीन हमारी मां है' उनकी भावनात्मक मजबूती को दर्शाता है।
- चुपके चुपके जैसी हल्की फुल्की फिल्म में उन्होंने भाषा पर मजाकिया संवाद भी शानदार ढंग से निभाया। इन संवादों के कारण धर्मेंद्र कई पीढ़ियों के पसंदीदा अभिनेता बने रहेंगे।
धर्मेंद्र की विरासत
धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े नामों में से एक थे, और उनके संवाद आने वाले समय में भी लोगों की यादों में जीवित रहेंगे। उनके निधन पर बॉलीवुड के सितारे और प्रशंसक भावुक होकर सोशल मीडिया पर उनकी पुरानी क्लिप्स साझा कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।