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छत पर बेकार कंटेनरों में सब्जियां उगाने के आसान तरीके

कंटेनर गार्डनिंग एक सरल और प्रभावी तरीका है जिससे आप अपने घर की छत, बालकनी या आंगन में ताजगी से भरी सब्जियां उगा सकते हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे बेकार पड़े कंटेनरों का उपयोग करके विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जा सकती हैं। साथ ही, कंटेनर गार्डनिंग के फायदे और कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए जाएंगे। यह जानकारी आपको अपने छोटे से स्थान में भी खेती का आनंद लेने में मदद करेगी।
 

कंटेनर गार्डनिंग का बढ़ता चलन


शहरों में सीमित स्थान और व्यस्त दिनचर्या के कारण पारंपरिक खेती करना मुश्किल हो गया है। लेकिन छत, आंगन या बालकनी का सही उपयोग करके घर पर सब्जियां उगाना संभव है। यही कारण है कि आजकल कंटेनर गार्डनिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। गमलों, प्लास्टिक के डिब्बों, पुराने ड्रमों और टोकरी में सब्जियां उगाने से न केवल कम जगह में खेती की जा सकती है, बल्कि ताजगी और जैविक सब्जियां भी प्राप्त की जा सकती हैं।


कंटेनर गार्डनिंग के फायदे

जिनके पास खेत या बड़ा बगीचा नहीं है, वे भी घर की छत या बालकनी में छोटे गमलों में पौधे लगाकर खेती का आनंद ले सकते हैं। कंटेनर में मिट्टी की मात्रा को नियंत्रित करना आसान होता है, जिससे पानी और खाद डालना सरल हो जाता है और रोगों का खतरा भी कम होता है।


बाजार में मिलने वाली सब्जियों में अक्सर रसायनों का उपयोग होता है, जबकि घर पर उगाई गई सब्जियां पूरी तरह से सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक होती हैं। इसके अलावा, कंटेनर को धूप या मौसम के अनुसार इधर-उधर करना भी आसान होता है।


कौन सी सब्जियां उगाएं?

कंटेनर गार्डनिंग लगभग सभी प्रकार की सब्जियों के लिए उपयुक्त है। टमाटर, मिर्च, बैंगन और भिंडी जैसी फलदार सब्जियां छोटे गमलों में अच्छी तरह उगाई जा सकती हैं। पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, धनिया, हरा प्याज और सलाद पत्ता भी जल्दी तैयार हो जाती हैं।


यदि गहरे गमले या ड्रम का उपयोग किया जाए, तो गाजर, मूली, चुकंदर और आलू जैसी जड़ वाली सब्जियां भी सफलतापूर्वक उगाई जा सकती हैं। कुछ लोग कंटेनर में स्ट्रॉबेरी और ड्रैगन फ्रूट जैसे फल भी उगा रहे हैं।


कंटेनर गार्डनिंग के लिए सुझाव


  • सही कंटेनर का चयन करें: सबसे पहले गमला, ड्रम, बाल्टी या टोकरी का चयन करें। सुनिश्चित करें कि कंटेनर में पानी निकलने के लिए नीचे छेद हो। छोटे पौधों के लिए 8-10 इंच का गमला और गहरी जड़ वाली सब्जियों के लिए गहरे कंटेनर का उपयोग करें।

  • मिट्टी और खाद की तैयारी: कंटेनर की मिट्टी हल्की और उपजाऊ होनी चाहिए। इसके लिए 50% मिट्टी, 30% गोबर की खाद/कंपोस्ट और 20% रेत या कोकोपीट का मिश्रण सबसे अच्छा होता है।

  • खाद और पानी देने का तरीका: कंटेनर की मिट्टी जल्दी सूखती है, इसलिए पौधों को नियमित रूप से पानी दें। ध्यान रखें कि पानी अधिक न भरे, अन्यथा जड़ें सड़ सकती हैं।

  • कीटों और रोगों से बचाव: यदि पौधों पर कीट दिखाई दें, तो नीम का तेल या जैविक घोल का छिड़काव करें। समय-समय पर पत्तियों की जांच करते रहें।