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दीपावली का पर्व: रौशनी और खुशियों का त्योहार

दीपावली, जिसे दीपों का त्योहार कहा जाता है, हर साल रौशनी और खुशियों के साथ मनाया जाता है। यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इस दिन लोग अपने घरों को सजाते हैं, लक्ष्मी पूजन करते हैं और एक-दूसरे को मिठाइयाँ बांटते हैं। जानें इस पर्व की परंपराओं और महत्व के बारे में।
 

दीपावली का महत्व

दीपावली, जिसे हम दीपों का त्योहार भी कहते हैं, हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व रौशनी, खुशियों और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने घरों को दीपों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाते हैं।


इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को मिठाइयाँ बांटते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। दीपावली का पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और भाईचारे का भी प्रतीक है।


दीपावली की परंपराएँ

दीपावली के दौरान कई परंपराएँ निभाई जाती हैं। लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं, जो धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं। इसके अलावा, पटाखे फोड़ने की परंपरा भी है, जो इस दिन की खुशी को और बढ़ा देती है।


इस दिन को मनाने के लिए परिवार और मित्र एकत्र होते हैं, जिससे यह पर्व और भी खास बन जाता है।