जन्माष्टमी 2025: व्रत टूटने पर क्या करें और कैसे प्राप्त करें भगवान का आशीर्वाद
जन्माष्टमी का पर्व
जन्माष्टमी 2025: आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है, जो हर वर्ष श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं, जिससे सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। जन्माष्टमी के व्रत में लोग अक्सर निर्जला या जलाहार व्रत रखते हैं, लेकिन कई बार यह चिंता होती है कि यदि व्रत गलती से टूट जाए तो क्या होगा? क्या व्रत के टूटने से उसका फल नहीं मिलेगा? आइए, इस सवाल का उत्तर और कुछ विशेष उपायों के बारे में जानते हैं।
व्रत का महत्व
हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का व्रत रखने से व्यक्ति को खुशहाली, समृद्धि और भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार, यदि गलती से व्रत टूट जाए तो चिंता की कोई बात नहीं है। इसे सुधारने के लिए कुछ सरल उपाय हैं जिनसे आप भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
क्या करना चाहिए?
यदि आपका व्रत टूट जाए, तो सबसे पहले घबराएं नहीं। भगवान श्री कृष्ण से क्षमा मांगें और फिर गंगाजल लेकर अपनी शुद्धि करें। मन में प्रार्थना करें कि हे भगवान, मैंने अनजाने में व्रत तोड़ा है, कृपया मेरी भूल को क्षमा करें। इस प्रक्रिया से व्रत के फल को पूरा करने का अवसर मिलेगा।
व्रत टूटने पर क्या मंत्र पढ़ें?
व्रत के टूटने पर कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना भी लाभकारी होता है। इन मंत्रों का तुलसी माला से 11 बार जाप करने से भगवान श्री कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
मंत्र 1:
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन.
यत्पूजितं मया देवा परिपूर्ण तदस्तु मे॥
मंत्र 2:
ॐ श्री विष्णवे नमः क्षमा याचना समर्पयामि॥
मंत्र 3:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय.
पीले वस्त्रों का दान करें
यदि व्रत टूटने के कारण आप चिंतित हैं, तो पीले वस्त्रों का दान करें। पीला रंग भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ है और इस रंग के वस्त्रों का दान करने से पुण्य मिलता है। इसके साथ ही, आप गरीब या जरूरतमंद को खाने की पीली चीजें जैसे हलवा, चिउड़े या पीले फल भी दान कर सकते हैं। इस उपाय से माना जाता है कि भगवान श्री कृष्ण बड़े से बड़े पाप भी माफ कर देते हैं और व्रत के पूरे फल की प्राप्ति होती है।