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Chaitra Navratri 2024: दशकों बाद चैत्र नवरात्र पर बन रहे हैं ये 3 शुभ योग, प्राप्त होगा मां का आशीर्वाद

हर साल चैत्र माह की अमावस्या के दूसरे दिन से चैत्र नवरात्रि शुरू होती है। चैत्र नवरात्रि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि को मनाई जाती है।
 

Chaitra Navratri Desk: हर साल चैत्र माह की अमावस्या के दूसरे दिन से चैत्र नवरात्रि शुरू होती है। चैत्र नवरात्रि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तिथि को मनाई जाती है। इन नौ दिनों में आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इसके अलावा उनके लिए नौ दिनों का व्रत भी रखा जाता है। इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक है। धार्मिक मान्यता है कि मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ज्योतिषियों के मुताबिक, इस बार दशकों बाद चैत्र नवरात्रि पर एक साथ 3 शुभ योग बन रहे हैं। इन योगों में मां दुर्गा की पूजा करने से शुभ फल मिलता है। आइए जानते हैं कौन से हैं शुभ योग.

चैत्र नवरात्रि का शुभ समय
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल को रात 11.50 बजे शुरू होगी और अगले दिन रात 8.30 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के कारण 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी। इस दिन घटस्थापना का शुभ समय सुबह 06:02 बजे से 10:16 बजे तक रहेगा. अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.57 बजे से 12.48 बजे तक है. इन दोनों शुभ मुहूर्त में घटस्थापना की जा सकती है।

चैत्र नवरात्रि का शुभ योग
ज्योतिषियों के अनुसार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहा है। ये दोनों योग प्रशिक्षण 10 अप्रैल को सुबह 07:32 बजे से अगले दिन सुबह 05:06 बजे तक हैं. इसके साथ ही चैत्र नवरात्रि पर अश्विनी नक्षत्र का भी निर्माण हो रहा है। अश्विनी नक्षत्र 10 अप्रैल को सुबह 7.33 बजे से अगले दिन सुबह 5.06 बजे तक है. इन योगों में मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अनंत फल की प्राप्ति होती है।