इंदिरा एकादशी: पितृ ऋण से मुक्ति के लिए राशि अनुसार दान
इंदिरा एकादशी का महत्व
इंदिरा एकादशी का व्रत करने से जन्म-जन्मांतर में किए गए समस्त पाप हो जाते हैं नष्ट
भगवान विष्णु को एकादशी तिथि अत्यंत प्रिय मानी जाती है। इस दिन लक्ष्मी नारायण जी की पूजा का विशेष महत्व है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष इंदिरा एकादशी 17 सितंबर को मनाई जाएगी, जो हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को आती है।
मोक्ष की प्राप्ति
गरुड़ पुराण के अनुसार, इंदिरा एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और मृत्यु के बाद उसे उच्च लोक की प्राप्ति होती है। इस दिन पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है। साधक इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
राशि अनुसार दान
इंदिरा एकादशी पर राशि अनुसार दान करने से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है। यदि आप अपने पूर्वजों की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस दिन भक्ति भाव से पूजा करें और राशि अनुसार दान करें।
- मेष राशि: गेहूं और रागी का दान करें।
- वृषभ राशि: चावल और आटा का दान करें।
- मिथुन राशि: गौ माता को हरा चारा खिलाएं।
- कर्क राशि: सफेद कपड़े का दान करें।
- सिंह राशि: मूंगफली और गुड़ का दान करें।
- कन्या राशि: विवाहित महिलाओं को हरी चूड़ियों का दान करें।
- तुला राशि: दही, पोहा, चीनी और सफेद मिठाई का दान करें।
- वृश्चिक राशि: सेब, शहद और गेहूं का दान करें।
- धनु राशि: चने की दाल, हल्दी और मकई का दान करें।
- मकर राशि: जूते-चप्पल और कंबल का दान करें।
- कुंभ राशि: काले वस्त्र, काले तिल और सरसों के तेल का दान करें।
- मीन राशि: पीले वस्त्र और बेसन के लड्डू का दान करें।