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ईद-उल-अजहा 2025 के लिए मौलाना की 12 सूत्री सलाह

ईद-उल-अजहा 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। लखनऊ के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुस्लिम समुदाय के लिए 12 सूत्री सलाह जारी की है। उन्होंने कुर्बानी की रस्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने और निर्धारित स्थानों पर ही रस्म अदा करने की सलाह दी है। इसके अलावा, उन्होंने सोशल मीडिया पर कुर्बानी की तस्वीरें न डालने की भी अपील की है। जानें इस त्योहार की तारीख और अन्य महत्वपूर्ण बातें।
 

ईद-उल-अजहा की तैयारियां शुरू

देशभर में बकरा ईद (ईद-उल-अजहा) 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, लखनऊ के ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुस्लिम समुदाय के लिए 12 सूत्री सलाह जारी की है। उन्होंने कुर्बानी की रस्म के दौरान ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं। मौलाना ने सभी से अनुरोध किया है कि कुर्बानी करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि रस्म निर्धारित स्थानों पर ही अदा की जाए।


कुर्बानी का खून नालियों में नहीं बहाना चाहिए

मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि कुर्बानी की रस्म को केवल निर्धारित स्थानों पर ही करना चाहिए। सड़क किनारे या गलियों में कुर्बानी करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसका खून नालियों में नहीं बहाना चाहिए। यह धार्मिक दृष्टिकोण से भी गलत है और सफाई के लिहाज से भी उचित नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि खून को कच्ची मिट्टी में दबा देना चाहिए, जिससे यह भूमि और पौधों के लिए खाद का काम करेगा।


सोशल मीडिया पर कुर्बानी की तस्वीरें न डालें

उन्होंने यह भी कहा कि कुर्बानी की रस्म का कोई वीडियो या फोटो नहीं लिया जाना चाहिए और इसे सोशल मीडिया पर साझा नहीं करना चाहिए। कुर्बानी के जानवर का एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों में बांटा जाना चाहिए। इसके साथ ही, सभी को उपरवाले से अपने परिवार और सीमा पर तैनात सैनिकों की सुरक्षा के लिए दुआ करने की सलाह दी गई।


ईद-उल-अजहा 2025 की तारीख

इस वर्ष, ईद-उल-अजहा 2025 का त्योहार 7 जून को मनाया जाएगा। इस अवसर पर भारत सहित विश्वभर में तैयारियां चल रही हैं, और कुर्बानी के लिए बकरों की निलामी भी शुरू हो चुकी है।