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कजरी तीज की कथा: श्रद्धा और निष्ठा का महत्व

कजरी तीज की यह प्रेरणादायक कथा एक गरीब ब्राह्मण की पत्नी की भक्ति और निष्ठा को दर्शाती है। जब उसने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा, तो उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। जानें कैसे उसकी सच्ची श्रद्धा ने उसे भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद दिलाया। यह कथा यह सिखाती है कि व्रत के दौरान श्रद्धा और निष्ठा का कितना महत्व है।
 

कजरी तीज का महत्व

प्राचीन समय की एक कहानी है जिसमें एक गरीब ब्राह्मण अपनी पत्नी के साथ एक गांव में रहता था। उसकी पत्नी अपने पति के प्रति अत्यंत समर्पित और धार्मिक थी। जब भाद्रपद का महीना आया और कजरी तीज का पर्व नजदीक था, उनके पास खाने के लिए अनाज भी नहीं था। फिर भी, उस धर्मपरायण स्त्री ने अखंड सौभाग्य और अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करने का संकल्प लिया। उसने निर्जला व्रत रखा और भगवान शिव तथा माता पार्वती का स्मरण किया। व्रत के दौरान, उसे अन्न की आवश्यकता महसूस हुई। गांव में एक साहूकार था, जिसके पास सत्तू की कई पोटलियां थीं। ब्राह्मण की पत्नी ने साहूकार की दुकान से चुपके से एक पोटली सत्तू की उठा ली।
जैसे ही वह पोटली लेकर घर लौटी, गांव में हंगामा मच गया कि साहूकार की दुकान से सत्तू चोरी हो गया है। सभी ग्रामीण दुकान पर इकट्ठा हो गए और चोर की तलाश करने लगे। जब ब्राह्मण की पत्नी ने यह सुना, तो वह डर गई। उसे लगा कि उसका व्रत अधूरा रह जाएगा और वह पकड़ी जाएगी। निराश होकर, उसने उठाई हुई सत्तू की पोटली वहीं रख दी और चुपचाप मंदिर में जाकर बैठ गई। वह भगवान शिव-पार्वती से क्षमा मांगने लगी। तभी, भगवान शिव की कृपा से माता पार्वती ने उसकी भक्ति और समर्पण को देखा। उन्होंने ब्राह्मण की पत्नी की परीक्षा ली और उसकी सच्ची श्रद्धा से प्रसन्न होकर उसे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद दिया।
जब गांव वाले चोर को खोजते हुए मंदिर तक पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि वही स्त्री वहां बैठी है। लेकिन इससे पहले कि वे कुछ कह पाते, माता पार्वती की कृपा से सभी ने उसे सत्तू की पोटली वहीं रख दी। इस प्रकार, स्त्री के सच्चे मन और निष्ठा को देखकर, भगवान शिव और माता पार्वती ने न केवल उसके व्रत को पूर्ण किया, बल्कि उसे अखंड सौभाग्य का वरदान भी दिया। यह कथा यह सिखाती है कि कजरी तीज का व्रत रखने वाली महिलाओं को सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से पूजा करनी चाहिए और कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। इससे उन्हें पति की लंबी आयु, सुखी वैवाहिक जीवन और घर में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।