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कार्तिक पूर्णिमा: धार्मिक महत्व और पूजा विधि की जानकारी

कार्तिक पूर्णिमा, जो इस वर्ष 5 नवंबर को मनाई जाएगी, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन भक्तगण पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस लेख में जानें कार्तिक पूर्णिमा का महत्व, देव दीपावली का उत्सव, दान-स्नान का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि। जानें कैसे इस दिन की पूजा से जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है।
 

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व


नई दिल्ली : कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म के प्रमुख और पवित्र त्योहारों में से एक है। यह पर्व कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो इस वर्ष 5 नवंबर को आएगा। दिवाली के 15वें दिन आने वाली यह पूर्णिमा विशेष धार्मिक महत्व रखती है। इस दिन भक्तगण पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की पूजा करते हैं, और दान-पुण्य करते हैं। ऐसा करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


देव दीपावली का उत्सव

देव दीपावली का पर्व
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का पर्व भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस रात देवी-देवता काशी के घाटों पर उतरकर दीप जलाते हैं। भगवान विष्णु के लक्ष्मी-नारायण स्वरूप की विशेष पूजा की जाती है, जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।


दान-स्नान और पूजन का समय

दान-स्नान और पूजन मुहूर्त
इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा का दान-स्नान मुहूर्त सुबह 4:52 बजे से 5:44 बजे तक रहेगा। इस समय में जरूरतमंदों की सहायता करना और दान देना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। पूजन का समय सुबह 7:58 बजे से 9:20 बजे तक रहेगा, जबकि प्रदोषकाल का मुहूर्त शाम 5:15 बजे से 7:51 बजे तक है, जिसमें दीपदान और धार्मिक क्रियाएं करना फलदायी होता है।


पूजा विधि और शुभ योग

शुभ योग और पूजा विधि
इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर सर्वार्थसिद्धि योग सुबह 6:34 बजे से अगले दिन सुबह 6:37 बजे तक रहेगा। इसी दिन रवि योग का संयोग भी बन रहा है। पूजा विधि में प्रातःकाल स्नान के बाद पीले या सफेद वस्त्र पहनकर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और भगवान शिव की पूजा करें। तुलसी के पौधे के सामने दीप जलाना, पुष्प, धूप, नैवेद्य और तुलसी दल अर्पित करना विशेष रूप से शुभ माना गया है। शाम के समय दीपदान, कीर्तन और दान-पुण्य करने से अत्यधिक पुण्य की प्राप्ति होती है।


कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक महत्व

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ मानी जाती है। यह दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनों की पूजा के लिए समर्पित है। पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा अपनी पूर्णता में होता है और उसकी दिव्य किरणें पृथ्वी पर पड़ती हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस पवित्र दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और चंद्रदेव की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है।