गणेश चतुर्थी: जानें स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
गणेश जी की स्थापना का शुभ समय
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष, यह तिथि 26 अगस्त को दोपहर 1:54 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त को 3:44 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, गणेश चतुर्थी का उत्सव 27 अगस्त को मनाया जाएगा।
शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर मूर्ति स्थापना का शुभ समय 27 अगस्त को सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक रहेगा। इस समय के दौरान आप गणपति जी की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं।
विशेष योग का संयोग
इस बार गणेश चतुर्थी पर प्रीति, सर्वार्थ सिद्धि, रवि और इंद्र-ब्रह्म योग का संयोग रहेगा। इसके अलावा, कर्क राशि में बुध और शुक्र के होने से लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा। बुधवार का महासंयोग इस तिथि की महत्ता को और बढ़ा रहा है।
पूजा सामग्री
गणेश चतुर्थी की पूजा में निम्नलिखित सामग्री का उपयोग करें: चौकी, लाल या पीला कपड़ा, चावल, तांबे का बर्तन, जल, नारियल, जनेऊ, दूध, लाल चंदन, पंचामृत, मौली, अष्टगंध, अक्षत, अबीर, गुलाल, लौंग, इलाइची, केसर, फूल, कपूर, दूर्वा, धूप, सुपारी, घी का दीपक, पान और मोदक।
शहर के अनुसार स्थापना का समय
- पुणे- 11:21 एएम से 01:51 पीएम
- नई दिल्ली- 11:05 एएम से 01:40 पीएम
- चेन्नई- 10:56 एएम से 01:25 पीएम
- जयपुर- 11:11 एएम से 01:45 पीएम
- हैदराबाद- 11:02 एएम से 01:33 पीएम
- गुरुग्राम- 11:06 एएम से 01:40 पीएम
- चंडीगढ़- 11:07 एएम से 01:42 पीएम
- कोलकाता- 10:22 एएम से 12:54 पीएम
- मुंबई- 11:24 एएम से 01:55 पीएम
- बेंगलुरु- 11:07 एएम से 01:36 पीएम
- अहमदाबाद- 11:25 एएम से 01:57 पीएम
- नोएडा- 11:05 एएम से 01:39 पीएम
पूजा विधि
- गणेश जी को घर लाने से पहले पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें और उसे सजाएं।
- शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की प्रतिमा को वेदी पर स्थापित करें।
- वेदी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं।
- पूजा शुरू करने से पहले हाथ में जल, फूल और चावल लेकर व्रत का संकल्प लें।
- ॐ गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करते हुए भगवान गणेश का आह्वान करें।
- भगवान गणेश की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं।
- स्नान के बाद उन्हें नए वस्त्र और आभूषण पहनाएं।
- भगवान गणेश को मोदक और लड्डू अर्पित करें।
- उन्हें दूर्वा घास, लाल फूल और सिंदूर भी चढ़ाएं।
- अंत में पूरे परिवार के साथ भगवान गणेश की आरती करें।