गणेश चतुर्थी: बप्पा की पूजा और खास पकवान बनाने के तरीके
भगवान गणेश की कृपा से सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति
गणेश चतुर्थी का पर्व भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि 26 अगस्त को दोपहर 1:53 बजे से शुरू होकर 27 अगस्त को 3:43 बजे समाप्त होगी। इस दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर भव्य मूर्तियों के साथ पंडाल सजाए जाते हैं और मिठाई की दुकानों पर मोदक, बर्फी और लड्डू की भरपूर वैरायटी उपलब्ध होती है। भगवान गणेश की कृपा से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पूजा के दौरान दूब, घास, गन्ना और विभिन्न पकवानों का भोग अर्पित किया जाता है।
मोदक
मोदक भगवान गणेश की प्रिय मिठाई है, जिसे कई तरीकों से बनाया जा सकता है। इसे मेवे, खोया और चावल के आटे से तैयार किया जाता है। गणेश चतुर्थी पर इसे विशेष रूप से बनाया जाता है। नारियल, गुड़, केसर, जायफल, पानी, घी और चावल का आटा इसके मुख्य सामग्री हैं।
रागी मोदक
रागी मोदक रागी के आटे से बनते हैं, जो कैल्शियम, आयरन और आवश्यक अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं।
गुड़ और नारियल मोदक
इन मोदकों में रिफाइंड चीनी की जगह गुड़ का उपयोग किया जाता है, जो आयरन और खनिजों से भरपूर एक प्राकृतिक स्वीटनर है। इन्हें जल्दी और आसानी से बनाया जा सकता है।
शकरकंद मोदक
शकरकंद मोदक में मैश किए हुए शकरकंद का उपयोग किया जाता है, जो विटामिन ए, सी, पोटैशियम और डाइटरी फाइबर का अच्छा स्रोत है। ये मीठे और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं।
श्रीखंड
श्रीखंड एक लोकप्रिय भारतीय मिठाई है, जिसे दही से बनाया जाता है और यह महाराष्ट्र और गुजरात में खासतौर पर पसंद की जाती है।
मोतीचूर लड्डू
भगवान गणेश को मोदक के साथ-साथ लड्डू भी पसंद हैं। मोतीचूर लड्डू उन्हें अर्पित किए जाने वाले आम भोगों में से एक है।
बादाम की बर्फी
बादाम की बर्फी बनाने के लिए बादाम, चीनी और दूध जैसी साधारण सामग्री की आवश्यकता होती है।
केला शीरा
केले का शीरा मैश किए हुए केले, सूजी और चीनी से बनाया जाता है, जो हलवे जैसा होता है।