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जन्माष्टमी पर स्वास्थ्य संबंधी सुझाव: उपवास के दौरान क्या खाएं

जन्माष्टमी का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव है, जो इस वर्ष 16 अगस्त को मनाया जाएगा। इस अवसर पर स्वस्थ उपवास रखने के लिए सही आहार का चयन करना आवश्यक है। जानें कि किस प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, कैसे हाइड्रेटेड रहना है, और उपवास को कैसे सही तरीके से तोड़ना है। इस लेख में दिए गए स्वास्थ्य सुझावों से आप अपने उपवास को और भी बेहतर बना सकते हैं।
 

जन्माष्टमी का महत्व और स्वास्थ्य टिप्स

जन्माष्टमी स्वास्थ्य सुझाव: यह त्योहार भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव है। इस वर्ष, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को 16 अगस्त को मनाई जाएगी। स्वस्थ उपवास रखने के लिए सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। पूरे दिन हाइड्रेटेड रहना और पोषक तत्वों से भरपूर सात्विक आहार का सेवन करने से उत्सव के दौरान ऊर्जा बनी रहेगी। इसके लिए विशेष तैयारी की आवश्यकता होती है।


उपवास के दौरान, पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी या हर्बल चाय का सेवन करें ताकि निर्जलीकरण से बचा जा सके। व्रत के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, मेवे और सूखे मेवे चुनें। तलने के बजाय भाप में पकाने या भूनने जैसे स्वस्थ खाना पकाने के तरीकों को अपनाएं। उपवास को आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों जैसे फल या साबूदाना खिचड़ी की एक छोटी कटोरी से तोड़ें।


उपवास के दौरान सेंधा नमक का उपयोग प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि इसे शुद्ध माना जाता है और यह खनिज अवशोषण में मदद करता है।


अधिक भोजन करके उपवास तोड़ने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इससे बचें।


रक्त शर्करा विकार वाले व्यक्तियों को छोटे उपवास के दौरान सामान्य रक्त शर्करा स्तर बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में, अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ जैसे साबूदाना और फल, दही, पनीर या मेवों के साथ खाएं ताकि ग्लूकोज का स्राव धीमा हो सके।


क्या खाएं:
हल्के, स्वच्छ और ऊर्जा देने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।


पके केले, उबले सेब, भीगे हुए खजूर
जीरा, घी और सेंधा नमक के साथ साबूदाना खिचड़ी
गाय का दूध, घर का बना दही
हर्बल चाय (अजवाइन, अदरक, तुलसी)
भीगे हुए मेवे: बादाम, अखरोट, अंजीर