जन्माष्टमी से पहले घर से हटाएं ये चीजें, बढ़ाएं सकारात्मकता
जन्माष्टमी का महत्व
हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। विशेष रूप से इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप, जिसे लड्डू गोपाल कहा जाता है, की पूजा की जाती है। जन्माष्टमी से पहले लोग अपने घरों की सफाई करते हैं। यदि आप इस पर्व से पहले कुछ विशेष चीजों को अपने घर से बाहर निकाल देते हैं, तो इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और लड्डू गोपाल की कृपा आपके परिवार पर बनी रहेगी।
जन्माष्टमी पर्व का समय
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 08:19 बजे से शुरू होगी और 16 अगस्त की शाम 06:04 बजे समाप्त होगी। इस प्रकार, जन्माष्टमी का व्रत 15 अगस्त को रखा जाएगा और इसका पारण 16 अगस्त 2025 को किया जाएगा।
इन चीजों को बाहर करें
जन्माष्टमी से पहले घर में मौजूद टूटी हुई मूर्तियां, चित्र और पुरानी अनुपयोगी वस्तुएं, विशेषकर खराब घड़ियों को बाहर निकाल देना चाहिए। इन चीजों के घर में रहने से नकारात्मकता और अशुद्धता बढ़ती है। आप खंडित देवी-देवताओं की मूर्तियों को बहते जल में प्रवाहित कर सकते हैं।
नकारात्मकता से बचें
घर में जंग लगी चीजें नहीं रखनी चाहिए। यदि आपके पास लोहे का बेकार सामान है, जिसमें जंग लगी हो, तो उसे भी बाहर रख दें। जन्माष्टमी के शुभ अवसर से पहले इन चीजों को हटाने से लड्डू गोपाल की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
स्वच्छता का ध्यान रखें
अपने घर को साफ-सुथरा रखें, क्योंकि जहां स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है, वहां सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। स्वच्छ स्थान पर मां लक्ष्मी का निवास होता है। इसलिए जन्माष्टमी से पहले अपने घर की अच्छे से सफाई करें और तुलसी का पौधा तथा मोरपंख आदि रखें।