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डोनाल्ड ट्रंप का नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन

इस वर्ष, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। यदि ट्रंप को यह पुरस्कार मिलता है, तो वे पांचवें अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगे जिन्हें यह सम्मान प्राप्त होगा। इस लेख में, हम नोबेल पुरस्कार की नामांकन प्रक्रिया, विजेता के चयन और पुरस्कार से जुड़े राजनीतिक विवादों पर चर्चा करेंगे। जानें कि यह पुरस्कार कैसे दिया जाता है और इसके पीछे की प्रक्रिया क्या है।
 

नोबेल शांति पुरस्कार का महत्व

नोबेल शांति पुरस्कार: यह पुरस्कार विश्व के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक माना जाता है। यह उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है जिन्होंने वैश्विक शांति की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस वर्ष, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। यदि ट्रंप को यह पुरस्कार मिलता है, तो वे ऐसे पांचवें अमेरिकी राष्ट्रपति बन जाएंगे जिन्हें यह सम्मान प्राप्त होगा। इससे पहले, थियोडोर रूजवेल्ट, वुडरो विल्सन, जिमी कार्टर और बराक ओबामा को यह पुरस्कार मिल चुका है.


नामांकन प्रक्रिया

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुसार, यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाना चाहिए जिन्होंने राष्ट्रों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देने, स्थायी सेनाओं को समाप्त करने या शांति की स्थापना और प्रचार के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। नोबेल समिति के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को इस पुरस्कार के लिए नामांकित किया जा सकता है, चाहे वह किसी भी देश या सामाजिक पृष्ठभूमि से हो.


किसे मिलता है पुरस्कार?

नामांकन का अधिकार: नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन करने का अधिकार कुछ विशेष वर्गों को ही है। इनमें सरकारों और संसदों के सदस्य, वर्तमान राष्ट्राध्यक्ष, विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर जैसे इतिहास, कानून, दर्शन, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के विशेषज्ञ और पूर्व विजेता शामिल हैं। कोई व्यक्ति स्वयं को नामांकित नहीं कर सकता। हालांकि, नामांकन सूची 50 वर्षों तक गुप्त रहती है, लेकिन नामांकित करने वाले व्यक्ति अपनी पसंद को सार्वजनिक कर सकते हैं.


विजेता का चयन

विजेता का चुनाव: पुरस्कार के विजेता का चयन नॉर्वेजियन नोबेल समिति करती है, जिसमें नॉर्वे की संसद द्वारा नियुक्त पांच सदस्य होते हैं। ये सदस्य आमतौर पर पूर्व राजनेता होते हैं और समिति की नियुक्ति में नॉर्वे के राजनीतिक संतुलन का ध्यान रखा जाता है। हर वर्ष 31 जनवरी को नामांकन प्रक्रिया समाप्त होती है और इसके बाद फरवरी में समिति की पहली बैठक होती है, जहां शॉर्टलिस्टिंग और विशेषज्ञों के माध्यम से मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू होती है.


विजेता की घोषणा

निर्णय की घोषणा: हालांकि नेतन्याहू द्वारा ट्रंप का नामांकन इस वर्ष की समयसीमा के बाद आया है, इसलिए इस पर इस साल विचार नहीं किया जाएगा। विजेता का निर्णय अक्टूबर में घोषित किया जाएगा और 10 दिसंबर को नोबेल पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाएगा.


राजनीतिक विवाद

पुरस्कार के विवाद: विजेता को एक पदक, प्रमाणपत्र, लगभग 1.15 मिलियन डॉलर की नकद राशि और वैश्विक पहचान मिलती है। हालांकि, यह पुरस्कार कई बार राजनीतिक विवादों में भी रहा है, जैसे 1973 में हेनरी किसिंजर को दिए गए पुरस्कार पर समिति के दो सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था.