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तुलसी तोड़ने के सही नियम: जानें कैसे करें सही चयन

तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और इसके सही तरीके से चयन के नियम जानना आवश्यक है। गलत तरीके से तुलसी तोड़ने पर पाप का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में, हम तुलसी के पत्ते तोड़ने के सही तरीके, चयन का विशेष मंत्र और तुलसी पूजा का महत्व समझेंगे। जानें कैसे आप धार्मिक अपराध से बच सकते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
 

तुलसी तोड़ने के नियम: सही चयन की विधि

तुलसी तोड़ने के नियम 2025: सही तरीके से करें चयन: तुलसी का सही तरीके से चयन करना हर हिंदू भक्त के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि गलत तरीके से तुलसी तोड़ना पाप की श्रेणी में आता है। तुलसी माता को मां लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, और यह पौधा केवल औषधीय गुणों के लिए ही नहीं, बल्कि भगवान विष्णु की पूजा के लिए भी पवित्र है। यदि आप तुलसी के पत्ते गलत तरीके से तोड़ते हैं, तो सावधान रहें! आइए जानते हैं कि तुलसी के चयन की सही विधि क्या है और धार्मिक अपराध से कैसे बचें।


तुलसी चयन का सही तरीका


तुलसी को तोड़ने के बजाय ‘चयन’ करना सही शब्द है। शास्त्रों के अनुसार, तुलसी के पत्ते अनावश्यक रूप से तोड़ना पाप का कारण बनता है। तुलसी तोड़ने के नियम 2025 के अनुसार, सबसे पहले तुलसी माता को साष्टांग प्रणाम करें और उनसे पत्ते चुनने की अनुमति मांगें। इसके बाद ही पत्ते लें। ध्यान रखें, तुलसी को हमेशा उंगलियों के पोरों से चुनें। नाखूनों का उपयोग करना धार्मिक अपराध माना जाता है। यह छोटी-सी सावधानी आपको पाप से बचाएगी।


तुलसी चयन का विशेष मंत्र


तुलसी के पत्ते चुनने से पहले एक विशेष मंत्र का जाप करें। मंत्र है: “मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी, नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते।” इस मंत्र का अर्थ है कि आप तुलसी माता से भगवान विष्णु की पूजा के लिए पत्ते चुन रहे हैं। यह मंत्र तुलसी चयन मंत्र के रूप में प्रसिद्ध है। इसे बोलते हुए पत्ते चुनें। इससे तुलसी माता प्रसन्न होती हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।


तुलसी पूजा का महत्व


तुलसी का पौधा केवल एक पौधा नहीं, बल्कि मां लक्ष्मी का प्रतीक है। हिंदू धार्मिक नियमों के अनुसार, तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए, तुलसी पूजा को प्रतिदिन करना चाहिए। तुलसी के पत्तों का उपयोग भगवान विष्णु की पूजा में करें। अनावश्यक पत्ते तोड़ने से बचें, क्योंकि यह पाप का कारण बन सकता है। एकादशी और रविवार को तुलसी को न छूएं। तुलसी की देखभाल से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।


पाप से कैसे बचें?


तुलसी तोड़ने के नियम 2025 का पालन न करने से पाप लग सकता है। कहा जाता है कि सीता माता को भी तुलसी के गलत चयन का पाप लगा था, तो आम इंसान की क्या बिसात? तुलसी के पत्ते हमेशा जरूरत के लिए ही चुनें, जैसे पूजा या औषधि के लिए। तुलसी को नाखूनों से काटना या बिना अनुमति तोड़ना धार्मिक अपराध है। रोज तुलसी पूजा करें और पाप से बचें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर पर बनी रहेगी।