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दशहरा पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय

दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाने के उपाय बताए गए हैं। जानें कैसे मुख्य द्वार, शमी के पेड़, पूजा स्थान और तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने से घर में सकारात्मकता और धन की प्राप्ति होती है।
 

दशहरा का पर्व: महत्व और उपाय


दशहरा का पर्व विशेष महत्व रखता है
दशहरा का दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन को लोग श्रद्धा के साथ मनाते हैं और इसे मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। इस दिन कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाने से घर की नकारात्मकता दूर होती है। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में।


मुख्य द्वार

मुख्य द्वार को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहां दीपक जलाने से राहु के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति मिलती है और जीवन में शुभता आती है।


शमी के पेड़ के नीचे

शमी के पेड़ को विजय और धन का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम ने लंका जाने से पहले इस पेड़ की पूजा की थी। इसलिए, दशहरे की शाम को शमी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना चाहिए, जिससे कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है।


पूजा स्थान

घर के पूजा स्थान पर एक अखंड दीपक जलाना चाहिए, जो रातभर जलता रहे। ऐसा करने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।


तुलसी का पौधा

तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दशहरे के दिन शाम को तुलसी के पौधे के नीचे घी का दीपक जलाने से घर में शुभता आती है और आर्थिक तंगी दूर होती है।


पूजन मंत्र


  • ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम –

  • क्लीं राम क्लीं राम। फट् राम फट् रामाय नम:।।

  • लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्। कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये॥

  • आपदामपहर्तांर दातारं सर्वसम्पदाम्। लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्।